Bastar: कभी जिन रास्तों पर बंदूक की गूंज सुनाई देती थी, अब वहां उम्मीद की बातें हो रही हैं। बस्तर के वही गांव, जहां डर की छाया में दिन बीतते थे, अब एक नई सुबह का इंतज़ार कर रहे हैं।5 नवम्बर को कुछ ऐसा पल आने वाला है, जब देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन छत्तीसगढ़ […]
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