हाल ही में CBSE बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के नतीजे सामने आए हैं। इसमें सर्वाधिक अंक पाने वाले टॉपर छात्र एवं छात्राएं अपने राज्य और जिले में सुर्खियां बटोर रहे हैं। मगर इस दौरान एक 12वीं कक्षा के छात्र की 60 फीसदी अंकों वाली मार्कशीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी वायरल हो रही है। जिसे उस छात्र के पिता ने खुद शेयर किया है। बच्चे का रिजल्ट सामने आने के बाद उसके पिता ने उसकी 60 फीसदी अंकों वाली मार्कशीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट कर एक खास संदेश लिखा है जिसे हर बच्चे और उनके अभिभावकों को जरूर पढ़ना चाहिए।
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बीते 13 मई को CBSE बोर्ड का रिजल्ट सामने आने के बाद एक ओर जहां अलीगढ़ में छात्रा चेतन्या श्रीवास ने 98.6 फीसदी अंक पाकर जिला टॉप किया है, वहीं जिले में एक छात्र ऐसा भी है जिसकी 60 फीसदी अंक वाली मार्कशीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जमकर वायरल हो रही है। बता दें, अलीगढ़ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी(BSA) राकेश सिंह ने जब कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले अपने बेटे ऋषि से उसके परीक्षा परिणाम के बारे में पूछा तो उसने घबराते हुए धीमे स्वर में बताया कि 60 फीसदी अंक हासिल किए हैं।
इसके बाद राकेश सिंह ने अपने बेटे को परीक्षा पास करने के लिए बधाई दी। मगर बेटे ने जब पूछा कि पापा आप नाराज हैं क्या ? मैंने कम अंक प्राप्त किए हैं। इस पर पिता ने जो जवाब दिया वह बड़ा ही प्रेरणादायक है। सोशल मीडिया पर लिखे उनके संदेश ने लोगों का काफी ध्यान खींचा, इसी कारण उनकी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
बेटे की घबराहट देख और परीक्षा में उसके कम अंक आने पर अलीगढ़ के BSA राकेश सिंह ने ऋषि को डांटने और पीटने की बजाय उसे बधाई दी और आगे बढ़ने के लिए उसका हौसला बढ़ाया। यही नहीं उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपने बेटे की 60 फीसदी अंकों वाली मार्कशीट शेयर कर एक संदेश में लिखा कि, “मेरे बेटे ऋषि ने 60% के साथ इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है, बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं बेटा।
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जैसे ही मैंने अपने बच्चे को बधाई दिया उसने पूछा पापा आप नाराज तो नहीं हैं इतने कम नंबर आए हैं। मैंने उसे बताया कि नहीं मैं नाराज नहीं बल्कि आज उतना खुश हूं जितना मैं कभी अपने सेलेक्शन पे भी नहीं हुआ होगा। क्योंकि तुम्हारे तो 60% नंबर है मेरा स्नातक में 52 % ही नंबर था हाई स्कूल में 60% था इंटर। में 75% नंबर था। जिन बच्चों के नंबर कम आए हैं या उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं उनको निराश होने की उनके माता पिता को घबराने की जरूरत नहीं है।
हम जिंदगी की शुरूआत कहीं से कभी भी कर सकते जब। मैं इंटर कर लिया और स्नातक का एन्ट्रेंस टेस्ट देने गया था तब मुझे अकबर बीरबल बाबर राज्यपाल और बैडमिंटन जैसे सवाल नहीं आते थे मैंने इंट्रेंस टेस्ट इनसे संबंधित सारे सवालों को गलत किया था फिर भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मेरा प्रवेश हुआ जिस लड़के को इतिहास का एबीसीडी न पता हो उसने लोक सेवा आयोग में 2000 इतिहास में 80% नंबर हासिल किया मैने करके दिखाया यह मेरी एक ज़िद थी।
हम जिंदगी में कहीं से कभी भी अच्छी शुरुआत कर सकते हैं। मैं अभिभावकों से एक अपील करूँगा। यदि आप सफल नहीं हो पाए हैं तो कोई बात नहीं ये सही बात है कि आपको अपने बच्चे से बहुत सारे सपने पालक रखें होंगे बच्चों के माध्यम से आपको अपने सपने पूरे करने हैं लेकिन उसके लिए बच्चों को मज़बूर नहीं करना चाहिए।
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इसके साथ ही अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मैंने 2000 की लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पी ईएस संवर्ग। में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। मैंने एक बार ठाना तो फिर करके दिखाया पीछे मुड़कर नही देखा यह टैलेंट सभी बच्चे में होता है बस आप उसको कितना प्रोत्साहन दे पाते हैं। उसके स्वास्थ्य का कितना ध्यान रख पाते हैं ये बहुत जरूरी है ज़िन्दगी ज्ञान की नहीं धैर्य की परीक्षा है बच्चों को सपोर्ट करना चाहिए। उनका साथ देना चाहिए और जब से बच्चा शुरुआत कर लेगा वो कुछ भी कर सकता है किसी भी ऊंचाई को तय कर सकता है ऐसे तमाम उदाहरण समाज में भरे पड़े हैं।
मैं पुनः जिन बच्चों ने सफलता हासिल की है। उनको बधाई देना चाहता हूँ। जिन बच्चों ने नही हासिल की है उन बच्चों को उनके माता पिता अभिभावकों को विशेष बधाई देना चाहता हूँ। कि आपका बच्चा इस सृष्टि की अनमोल रचना है वो ज़रूर किसी न किसी दिन बड़ा करेगा अच्छा करेगा सभी को शुभकामनाएं राकेश सिंह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़ 13/5/25″ ।