Cyber Crime: दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति से 10 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री में शामिल एक संगठित गिरोह के सरगना समेत छह साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया।पुलिस ने बताया कि 23 साल का मुख्य आरोपी हिमांशु बैसोया दिल्ली के कोटला मुबारकपुर से बीसीए कर रहा है और उसने कथित तौर पर फर्जी तरीके से कई बैंक खाते संचालित किए, नकदी निकालकर और स्थानीय डीलरों के जरिए से हिस्सा के आधार पर अमेरिकी डॉलर से जुड़ी क्रिप्टोकरेंसी ‘टेथर’ खरीदकर घोटाले को अंजाम दिया……..Cyber Crime
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उन्होंने बताया कि बैसोया ने अपने साथियों के साथ मिलकर क्रिप्टो खरीद बिक्री के लिए फर्जी मंच बनाया और निवेश पर अधिक मुनाफा का वादा करके सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाया।पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने बताया, ‘‘ये धोखाधड़ी तब प्रकाश में आई जब एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसके साथ 10 लाख रुपये की ठगी की गई है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता को मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी की खरीद बिक्री में निवेश करने का प्रलोभन दिया गया था।
डीसीपी ने कहा कि पीड़ित को एक जाली डैशबोर्ड पर फर्जी मुनाफा दिखाया गया।हालांकि, जब उसने अपने पैसे निकालने का प्रयास किया तो जालसाजों ने अग्रिम में 30 प्रतिशत हैंडलिंग शुल्क की मांग की। उन्होंने बताया कि इससे व्यक्ति को संदेह हुआ और उसने दक्षिण साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई और मामले की जांच के लिए कई टीम गठित की गईं।
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अधिकारी ने बताया कि सिंह और वर्मा ने ग्रामीणों के नाम पर मामूली रकम पर बैंक खाते खुलवाए और उन्हें बैसोया को 15 हजार रुपये प्रति खाते के हिसाब से बेच दिया।उन्होंने इन खातों को चलाने के लिए सिम कार्ड की व्यवस्था की, जिससे बैसोया को निवेशकों से ठगी करके जुटाई गई रकम को इधर-उधर करने में मदद मिली।उन्होंने बताया कि पुलिस ने बैसोया को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है और उसे पुलिस हिरासत में रखा है। उसने एटीएम से नकदी निकालने और उसे दो क्रिप्टो व्यापारियों सिमरनजीत सिंह उर्फ लवी और कमल इन्सां उर्फ कमल अवाना के माध्यम से ‘टेथर’ में बदलने की बात कबूल की है।