Unified Pension Scheme: अर्थशास्त्री दीपा सिन्हा ने रविवार को कहा कि यूनिफाइड पेंशन योजना सही दिशा में उठाया गया कदम है।सिन्हा ने कहा, “लंबे समय से दो चीजों की मांग की जा रही है, पहला ये कि पेंशन कंट्रीब्यूटरी नहीं होनी चाहिए और रिटायर लोगों को ये तब मिलनी चाहिए जब वे रिटायर हो जाएं, काम करते समय इसके लिए भुगतान न करना पड़े और दूसरा ये कि पेंशन फक्स्ड होनी चाहिए और इसे मार्केट रिस्क के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
Read also-Unified Pension Scheme को लेकर लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर साधा निसाना
कर्मचारियों को योगदान महत्वपूर्ण – यूपीएस की दूसरी मांग है कि जो पेंशन अब यूपीएस के तहत होगी, एक फिक्स्ड राशि जो कि 50 फीसदी होगी। रिटायर होने से पहले पिछले एक साल में औसत वेतन, जो मुझे लगता है कि एक अच्छी बात है क्योंकि जब लोग जीवन के उस उम्र में रिटायर होते हैं, तो ये जानना अच्छा होता है कि आपको कितना मिलेगा क्योंकि आपके पास कमाई का कोई दूसरा स्रोत नहीं है। तो ये आपको एक सुरक्षा देता है और आप उसके अनुसार अपने जीवन की योजना बना सकते हैं, लेकिन यूनियनें वास्तव में इससे खुश नहीं हैं क्योंकि ये कंट्रीब्यूटरी पेंशन बनी हुई है, जो कि वेतन का 10 फीसदी है, कर्मचारियों को योगदान करना होता है,
Read Also: Kolkata murder case: कोलकाता में संदीप घोष के घर और ठिकानों समेत 14 जगहों पर CBI का छापा, दर्ज हुआ वित्तीय गड़बड़ी का केस
50 फीसदी पेंशन के रूप में पाने के पात्र होंगे- लेकिन सरकार का योगदान 14 फीसदी से बढ़कर 18.5 फीसदी हो जाएगा, जो मेरे विचार से एनपीएस से एक कदम आगे है।केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) के तहत सरकारी कर्मचारी अब रिटायरमेंट से पहले पिछले 12 महीनों में मिलने वाले औसत मूल वेतन का 50 फीसदी पेंशन के रूप में पाने के पात्र होंगे।उन्होंने कहा कि इसके लिए पूर्ण पेंशन या वेतन का 50 फीसदी पेंशन के रूप में पात्रता सेवा अवधि 25 साल की होगी।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter
