Eye Care: सावधान! क्या आप भी चलातें हैं लंबे समय तक अंधेरे में फोन, ये गंभीर बीमारियां कर सकती हैं अटैक !

Eye Care: हमारी आंखें ईश्वर का दिया हुआ एक अनमोल तोहफा हैं। आंखों के बिना ये दुनिया और हमारा जीवन कैसा होगा, इसकी कल्पना मात्र से ही दिल घबरा जाता है। आज के आधुनिक युग में जब से मोबाइल और कंप्यूटर का चलन तेजी से शुरू हुआ है लोग इसके आदि होते जा रहे हैं, खाते-पीते सोते-जागते हर समय फोन का इस्तेमाल लोग जमकर कर रहे हैं। आज बच्चे-बच्चे के हाथ में फोन है। लंबे समय तक अंधेरे में फोन चलाने के कारण लोग कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। Eye Care के लिए ऐसे में आप खुद का कैसे बचाव कर सकते हैं आइए जानते हैं-

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अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करने से कई नुकसान हो सकते हैं-

आंखों की रोशनी: अंधेरे में फोन की रोशनी हमारी आंखों की रोशनी के लिए बेहद खतरनाक है। अंधेरे में अधिक फोन के इस्तेमाल से धीरे-धीरे हमें कम दिखना शुरू हो जाता है।

आंखों पर दबाव: अंधेरे में फोन चलाने से स्क्रीन की चमक से आंखों पर दबाव पड़ता है, जिससे आंखों में दर्द, सूजन, डार्क सर्कल, सूखापन और थकान हो सकती है।

नींद पूरी न होना या पैटर्न में बदलाव: अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करने से नींद के पैटर्न में बदलाव आ सकता है या नींद पूरी ना होने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। क्योंकि स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी में सबसे खतरनाक नीली रोशनी है जिससे मेलाटोनिन हार्मोन का स्राव प्रभावित होता है।

गर्दन और पीठ में दर्द: अक्सर लोग रात में ही लेटते समय सबसे ज्यादा अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करते हैं। जिससे एक ही पोजीशन में लेटे-लेटे लोगों की गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है, क्योंकि आप लंबे समय तक एक ही अवस्था में रहते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: अंधेरे में फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है, जिसके फलस्वरूप चिंता, तनाव और अवसाद जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।

सामाजिक अलगाव: अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करने से सामाजिक अलगाव हो सकता है, क्योंकि आप दूसरों से कम बातचीत करते हैं और अधिक समय फोन पर अकेले ही बिताते हैं।

कलर ब्लाइंडनेस का खतरा: अंधेरे में ज्यादा फोन का इस्तेमाल कलर ब्लाइंडनेस जैसी बीमारी तोहफे में दे सकता है। कलर ब्लाइंडनेस एक ऐसी स्थिति है जिसमें कुछ रंगों के बीच अंतर करने की क्षमता सामान्य से कम हो जाती है।

आंखों से जुड़ी विभिन्न बीमारियों और सेहत को होने वाले नुकसानों से बचने के लिए अंधेरे में फोन का इस्तेमाल कम से कम करें और नियमित अंतराल पर ब्रेक जरूर लें।

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अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करने और इससे होने वाली बीमारियों के खतरे से बचाव के लिए डॉक्टर ये निम्नलिखित सलाह देते हैं:

रात या अंधेरे में फोन का कम करें इस्तेमाल: रात और अंधेरे में फोन का इस्तेमाल कम से कम करें, खासकर रात में सोने से पहले।

स्क्रीन की चमक(लाइट) कम करें: अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करते समय स्क्रीन की चमक यानी लाइट को कम रखें ताकि आंखों पर दबाव न पड़े।

नीली रोशनी को कम करें: फोन में नीली रोशनी को कम करने वाले फीचर का इस्तेमाल करें या नीली रोशनी से बचाव हेतु कोई फिल्टर लगाएं।

ब्रेक लें: अंधेरे में फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक नियमित अंतराल पर ब्रेक जरूर लें और बीच-बीच में आंखों को आराम देते रहें।

दूरी बनाए रखें: फोन को आंखों से सटाकर नहीं चलाना चाहिए। फोन का यूज करते वक्त उचित दूरी बनाए रखें ताकि आंखों पर लाइट इफेक्ट और प्रेशर न पड़े।

चश्मा पहनें: यदि आपको आंखों की समस्या है या लंबे समय तक फोन चलाना आपकी मजबूरी है तो चश्मा जरूर लगाएं। इससे फोन स्क्रीन की रोशनी आंखों को डायरेक्ट हिट नहीं कर पाएगी।

व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करें। इससे आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए योग काफी सहायक है।

आंखों की जांच कराएं: अगर अंधेरे में फोन चलाने से आपको कोई दिक्कत महसूस होती है तो आंखों के डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए और आंखों की समय-समय पर जांच भी कराते रहनी चाहिए।

डॉक्टर की इन सलाहों का पालन करके आप अंधेरे में फोन का इस्तेमाल करने से होने वाले नुकसानों से बच सकते हैं और अपनी आंखों को स्वस्थ रख(Eye Care) सकते हैं।

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