Assam FAITTA- फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया टी ट्रेडर्स एसोसिएशन (एफएआईटीटीए) ने असम के जोरहाट में आयोजित अपनी नौवीं सालाना आम बैठक और उससे जुड़े कार्यक्रमों के दौरान असम टी इंडस्ट्री के 200 साल पूरे होने का जश्न मनाया।
एफएआईटीटीए, भारत में चाय व्यापार से जुड़ी सबसे बड़ी संस्था है। ये चाय व्यापार से जुड़े सभी सेगमेंट को शामिल करके टी इकोसिस्टम में अहम रोल निभाता है। इसमें व्यक्तिगत कंपनियां, फर्म, थोक और अर्ध-थोक डिस्ट्रिब्यूशन चैनल और चाय खरीदार संघ शामिल हैं।
साल 2022 में, भारत में चाय का उत्पादन 1365 मिलियन किलोग्राम तक पहुंच गया, जो पिछले साल महामारी की वजह से आई मंदी से उबर रहा है। इस रिकवरी के बावजूद, उत्पादन 2019 के 1390 मिलियन किलोग्राम से कम हो गया। पर्याप्त वृद्धि का अनुभव करने के बाद, भारतीय चाय निर्यात को 2020 और 2021 में मुश्किल का सामना करना पड़ा। 2020 में वॉल्यूम 210 मिलियन किलोग्राम और 2021 में 196 मिलियन किलोग्राम तक गिर गया। 2022 में निर्यात 226 मिलियन किलोग्राम तक पहुंचने के साथ इसके दोबारा पटरी पर लौटने की उम्मीदें दिखने लगी हैं। हालांकि वैश्विक बाजारों में चुनौतियां बनी हुई हैं।
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एफएआईटीटीए भारत के चाय बाजार में खपत के रुझानों पर करीब से नजर रख रहा है। ढीली चाय की खपत धीरे-धीरे पैकेट चाय को रास्ता दे रही है, जो बढ़ती खाद्य मुद्रास्फीति से प्रभावित है जो घरेलू बजट को प्रभावित करती है। आवश्यक वस्तुओं में उच्च मुद्रास्फीति गैर-आवश्यक वस्तुओं की मांग पर प्रतिकूल असर डालती है, जिससे आवश्यक वस्तुओं के भीतर भी कम कीमत वाले उत्पादों की ओर बदलाव होता है।
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