( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- कांग्रेस ने आयकर विभाग पर पार्टी के बैंक खाते फ्रीज करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने बैंक खाते फ्रीज करने के कदम को मोदी सरकार की तानाशाही बताते हुए कहा कि चुनाव के ठीक पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के खाते फ्रीज करना लोकतंत्र पर गहरा आघात है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए हैं। ये लोकतंत्र पर गहरा आघात है। भाजपा ने जो असंवैधानिक धन इकट्ठा किया है, उसका इस्तेमाल वे चुनाव में करेंगे। लेकिन कांग्रेस ने क्राउडफंडिंग के जरिए जो पैसा इकट्ठा किया है, उसे सील कर दिया जाएगा। इसीलिए कांग्रेस ने कहा है कि भविष्य में कोई चुनाव नहीं होंगे। कांग्रेस न्यायपालिका से अपील करती है कि इस देश में बहुदलीय प्रणाली को बचाएं और लोकतंत्र को सुरक्षित करें। कांग्रेस सडकों पर उतरेगी और इस अन्याय व तानाशाही के खिलाफ पुरज़ोर तरह से लड़ेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि डरो मत मोदी जी, कांग्रेस धन की ताकत का नहीं, जन की ताकत का नाम है। हम तानाशाही के सामने न कभी झुके हैं, न झुकेंगे। भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर कांग्रेस कार्यकर्ता जी जान से लड़ेगा।
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नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है l देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के खातों पर तालाबंदी कर दी गई है। कल शाम को यूथ कांग्रेस के भी खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। ये कांग्रेस पार्टी के खाते फ्रीज नहीं हुए, हमारे देश का लोकतंत्र फ्रीज हो गया है।
अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने के कारण बहुत ही हास्यास्पद हैं। आयकर विभाग ने मामूली आधार पर कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज किए हैं। इसका पहला कारण यह है कि कांग्रेस को 31 दिसंबर 2019 तक अपने खाते जमा करने थे, लेकिन इसमें कुछ देर हो गई। दूसरा कारण यह है कि 2018-19 के चुनाव में कांग्रेस के 199 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसमें कांग्रेस के विधायकों और सांसदों ने सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपए नकद में जमा किए थे, जो उनका वेतन था। इसकी वजह से कांग्रेस पर 210 करोड़ की रिकवरी की पेनल्टी लगा दी गई है और बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। 2018-19 के इनकम टैक्स रिटर्न के आधार पर 210 करोड़ की रिकवरी मांगी गई है। आज पांच साल बाद चुनाव की घोषणा से दो हफ्ते पहले कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। ये बड़े शर्म की बात है।
अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस के खातों में जमा पैसा किसी धनाढ्य पूंजीपतियों, कॉर्पोरेट बांड का नहीं है। कांग्रेस के खातों में ऑनलाइन क्राउड फंडिंग से 25 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए हैं। यूथ कांग्रेस का पैसा मेंबरशिप ड्राइव से जुटाया गया है। इसे इनकम टैक्स और मोदी सरकार कैसे फ्रीज कर सकती हैं। इस कदम से स्पष्ट है कि अब हमारे देश में लोकतंत्र नहीं रहा। ऐसा लगता है देश में वन पार्टी सिस्टम लाने का प्रयास किया जा रहा है।
अजय माकन ने कहा कि बैंक खाते तो भाजपा के फ्रीज होने चाहिए, क्योंकि जो असंवैधानिक कॉर्पोरेट बांड उन्होंने अपने खातों में डाल रखे हैं, सुप्रीम कोर्ट के अनुसार वह असंवैधानिक हैं। वहीं पत्रकार वार्ता के उपरांत अजय माकन ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस की याचिका पर आयकर विभाग और आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण ने कहा है कि कांग्रेस को यह सुनिश्चित करना होगा कि 115 करोड़ रुपये बैंक खातों में जमा रहें। यह 115 करोड़ बैंक खातों में अंकित ग्रहणाधिकार है। कांग्रेस इस 115 करोड़ रुपये के अतिरिक्त ही खर्च कर सकती है। इसका मतलब है कि 115 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं। विडंबना यह है कि कांग्रेस के चालू बैंक खातों में 115 करोड़ रुपये से काफ़ी कम पैसे ही हैं।