GE Aerospace : जीई एयरोस्पेस पुणे स्थित अपने विनिर्माण संयंत्र की क्षमता विस्तार के लिए 1.4 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। इसके साथ ही 10 साल पुराने संयंत्र के लिए दो साल से भी कम समय में घोषित कुल निवेश 4.4 करोड़ डॉलर हो जाएगा।इस संयंत्र में निर्मित घटकों का उपयोग जीई90, जीईएनएक्स, जीई9एक्स और लीप इंजनों के लिए किया जाता है। लीप इंजनों का निर्माण सीएफएम द्वारा किया जाता है। विमान इंजनों की प्रमुख विनिर्माता कंपनी सीएफएम, जीई और सफ्रान का 50-50 संयुक्त उद्यम है। GE Aerospace GE Aerospace
Read also- Kuno National Park: भारत में जन्मी चीता ‘मुखी’ ने कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों को दिया जन्म
कंपनी ने गुरुवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में घोषणा की कि वह पुणे स्थित विनिर्माण संयंत्र में 1.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी। यह निवेश पिछले साल घोषित तीन करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश के अतिरिक्त है।विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ नया निवेश उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाओं और स्वचालन के माध्यम से संयंत्र की क्षमताओं को मजबूत करेगा जिसमें उन्नत इंजन घटकों को समर्थन देने वाले संवर्द्धन भी शामिल हैं।GE Aerospace GE Aerospace GE Aerospace
Read also- Safe Dining Plate : गलत प्लेट में खाना पड़ सकता है भारी, जानें कौन-सा बर्तन है सबसे सुरक्षित
वर्तमान विनिमय दर पर 1.4 करोड़ अमेरिका डॉलर का निवेश लगभग 124 करोड़ रुपये बैठता है। जीई एयरोस्पेस के पुणे संयंत्र के प्रबंध निदेशक विश्वजीत सिंह ने कहा कि नवीनतम निवेश ‘मेक इन इंडिया’ पहल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और वैश्विक वैमानिक विनिर्माण में भारत की भूमिका को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।पुणे सुविधा के अलावा जीई एयरोस्पेस का बेंगलुरु में ‘जॉन एफ वेल्च टेक्नोलॉजी सेंटर’ भी है। जीई और सीएफएम के 1,400 से अधिक वाणिज्यिक इंजन भारतीय विमानन कंपनियों के विमानों को शक्ति प्रदान करते हैं।
