गाजियाबाद बाढ़: हिंड़न नदी का बढ़ा जलस्तर, कई गांव पानी से हुए जलमग्न

(आकाश शर्मा)- GHAZIABAD FLOOD- गाजियाबाद में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से गाजियाबाद के कई गांव जलमग्न हो गए। जिसमें अटौर, नगला फिरोज मोहनपुर, फरुखनगर, करहैड़ा, भनेड़ा, रिस्तल, शमशेर कई गांव बाढ़ से प्रभावित है। लोगो को NDRF की मदद से बाढ़ के पानी से निकाला गया।

फरुखनगर, अटौर ग्राम सबसे ज्यादा प्रभावित
दरअसल गाजियाबाद का अटौर हिंडन से सटा है। हिंडन का जलस्तर बढ़ा तो अटौर गाव के निचले हिस्से और अटौर का खादर पूरे तरीके से पानी से भर गया है। जो नई कॉलोनी बनी, वो भी बाढ़ के पानी में समा गई। सबसे ज्यादा तो नई कॉलोनियों में बसे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पडा है, क्योकिं इन कॉलोनियों में 4 से 5 फीट तक पानी उनके घरो में घुस गया। लोगो को अपने घरों को खाली करना पडा। साथ ही जो पानी में फस गए उन्हे NDRF की टीमों के द्वारा रेस्क्यू  किया।

NDRF की मदद से 40 लोगों को बचाया
गांव अटौर, फरुखनगर में लोगों को NDRF की मदद से बाढ के पानी से सुरक्षित निकाला गया है। कल दोपहर से पानी का गांव की तरफ आना शुरु हो गया था। लोगो को प्रशासन ने पहले ही अवगत कराया था, कि हिंडन नदी के किनारे नहीं जाएं। लेकिन लोगो का दावा है, पानी केवल 2 घंटो में कॉलोनियों तक आ गया था। NDRF ने अटौर गांव, फरुखनगर से 40 लोगों को सुरक्षित निकाला।

NDRF ने रेस्क्यू के लिए उतारी बोट.

अटौर, करहैडा में बने राहत शिविर
शुक्रवार देर शाम गाजियाबाद के बाढ़ राहत प्रभारी ADM विवेक श्रीवास्तव ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर जायजा लिया। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हिंडन नदी के किनारे नहीं जाएं। किसी भी स्थिति में आपदा के कंट्रोल रूम को सूचित करें। एडीएम ने बताया, गांव करहैड़ा और अटौर में राहत शिविर बना दिए गए हैं, यहां पर लोगों को सुरक्षित रखा जाएगा।

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शहर में बाढ़ का खतरा -हिंडन नदी में जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से गुरुवार को सिटी फॉरेस्ट में पानी भर गया। इससे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को सिटी फॉरेस्ट के गेट को बंद करना पड़ा। फिलहाल पूरे सिटी फॉरेस्ट में जलभराव हो गया है। पार्क के साथ ही अंदर बने स्ट्रक्चर भी डूब गए है।

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