Gorakhpur: गोरखपुर जिले के पिपराइच में 20 वर्षीय नीट अभ्यर्थी की हत्या मामले में पुलिस को बुधवार को एक बड़ी सफलता मिली और एक आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पिपराइच पुलिस और कुशीनगर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में कुशीनगर में मुठभेड़ के बाद रहीम नामक एक पशु तस्कर को गिरफ्तार किया।छोटू और राजू नाम के दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जबकि दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया गया है।Gorakhpur:
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यह घटनाक्रम दीपक गुप्ता की मंगलवार तड़के हत्या के एक दिन बाद हुआ। स्थानीय लोगों ने एक आरोपी अजब हुसैन को पकड़ लिया था, जिसका भीड़ के हमले में गंभीर रूप से घायल होने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।मुठभेड़ के बाद एक आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नैयर ने कहा, “घटना में शामिल सभी लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।” इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस के अपर महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था अमिताभ यश स्थिति का जायजा लेने और परिवार से मुलाकात करने यहां पहुंचे।Gorakhpur:
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एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार देर शाम यहां पहुंचे यश ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, मृतक दीपक गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी।बाद में, यश ने सर्किट हाउस में ज़िला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की और उन्हें दोषियों के खिलाफ “कड़ी से कड़ी कार्रवाई” करने के निर्देश दिए। इस बीच, पुलिस बल ने प्रभावित इलाके में निवासियों को आश्वस्त करने और शांति बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च किया। इस हत्या के बाद मऊचापी गांव में आक्रोश फैल गया है, जहां ग्रामीणों की पुलिस के साथ झड़प हुई और मंगलवार को गोरखपुर-पिपराइच मार्ग को जाम कर दिया गया।Gorakhpur:
अधिकारियों के अनुसार, यह उपद्रव सोमवार देर रात तब शुरू हुआ जब दो वाहनों में सवार 10-12 कथित पशु तस्करों ने एक फर्नीचर दुकान में घुसने की कोशिश की।कथित तस्करों ने गोलीबारी की और दुकानदार के बेटे दीपक को अपने साथ ले जाने की कोशिश की। ग्रामीणों ने एक हमलावर को पकड़ लिया, उसकी गाड़ी में आग लगा दी और उसकी पिटाई की। जब पुलिस उसे बचाने पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने पथराव किया जिससे पुलिस अधीक्षक (उत्तर) जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच के थाना प्रभारी घायल हो गए। बाद में दीपक का खून से लथपथ शव लगभग चार किलोमीटर दूर मिला।Gorakhpur:
इस घटना के बाद गोरखपुर पुलिस ने जंगल धूसर पुलिस चौकी के प्रभारी और पूरे स्टाफ को “कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही और उदासीनता” के आरोप में निलंबित कर दिया।इस मामले में विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। मंगलवार दोपहर दीपक के अंतिम संस्कार के दौरान तनाव फिर बढ़ गया जब ग्रामीणों ने पीएसी कर्मियों पर पथराव किया। परिवार ने एक करोड़ रुपये बतौर मुआवजे, सरकारी नौकरी और आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है।पीड़ित की मां ने कहा कि अगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती तो उनके बेटे को बचाया जा सकता था।जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने हत्या को “बेहद दुखद” बताया और आश्वासन दिया कि परिवार की सभी मांगों पर विचार किया जा रहा है। गांव में वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को योगी आदित्यनाथ सरकार की “बड़ी विफलता” बताया और आरोप लगाया कि प्रशासन तस्करों को संरक्षण दे रहा है।Gorakhpur: