Heat Wave: गर्मी, पसीना, तेज धूप और हीट स्ट्रोक ये सब एक इंसान की अच्छी खासी जिंदगी को उथल-पुथल करने के लिए काफी हैं। इन दिनों लोगों की सबसे बड़ी समस्या होती है हीट स्ट्रोक से बचने की और उससे भी बड़ी समस्या होती है कि आखिर हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या है। तो चलिए जानते हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं और इसके बचने के उपाय क्या है।
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क्या है हीट स्ट्रोक?
सबसे पहले जानते हैं कि हीट स्ट्रोक होता क्या है तो यह एक गंभीर मेडिकल कंडिशन है, जिसमें शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है और शरीर का हीट कंट्रोल सिस्टम फेल हो जाता है। यह आमतौर पर लंबे समय तक उच्च तापमान और आर्द्रता के संपर्क में रहने के कारण होता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
हीट स्ट्रोक के लक्षणों की बात करें तो शरीर का तापमान 103°F (39.4°C) या अधिक हो सकता है। हीट स्ट्रोक के शिकार व्यक्ति को तेज सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं। व्यक्ति को मतली और उल्टी की शिकायत हो सकती है। त्वचा लाल और गर्म हो सकती है और पसीना आना बंद हो सकता है। साथ ही दिल की धड़कन तेज हो सकती है और सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा कई गंभीर मामलों में, व्यक्ति बेहोश हो सकता है या उसकी चेतना कम हो सकती है।
हीट स्ट्रोक के कारण
अब इसके कारणों की बात करें तो हीट स्ट्रोक का सबसे आम कारण लंबे समय तक उच्च तापमान और आर्द्रता के संपर्क में रहना है। या फिर शारीरिक गतिविधि करने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा अपर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
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हीट स्ट्रोक से बचने के उपाय
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ढीले, सूती कपड़े पहनें और पंखे या कूलर का प्रयोग करें। एक नम कपड़े का उपयोग करके अपनी त्वचा को हाइड्रेटेड रखें। मौसमी सब्जियां और फल जैसे करेला, खीरा, तरबूज, परवल और विटामिन सी से भरपूर फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। रेड मीट और नमक का सेवन कम करें। अपने घर को काले पर्दे, पंखे और एसी के साथ ठंडा रखें। रात के समय पर्दे खोल देने चाहिए ताकि ठंडी हवा अंदर आ सके। अधिक गर्मी होने के दौरान घर के अंदर रहने और जब मौसम थोड़ा ठंडा हो तभी बाहर निकलने के लिए अपने दिन की प्लानिंग करें। पूरे दिन लगातार पानी पीते हुए हाइड्रेशन बनाए रखें। अत्यधिक गर्मी या शारीरिक गतिविधि में बाहरी काम के दौरान, प्यास लगने से पहले भी नियमित रूप से पानी पियें। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन न करें।