(विकास मेहल): करनाल में ओपीडी बंद कर छात्रों के समर्थन मे IMA ने MBBS स्टूडेंट्स को अपना समर्थन दिया है। और जिला सचिवालय पहुँचकर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। प्रदेशभर में सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र पिछले 28 दिन से बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में हड़ताल पर बैठे हैं। इन छात्रों के समर्थन में IMA ने आज सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी को बंद किया है। करनाल में भी सभी प्राइवेट अस्तपालों ने आज आपीडी को बंद किया हुआ है। खाली इमरजेंसी सेवा ही प्राइवेट अस्पतालो में चालू है। प्राइवेट अस्पतालो में ओपीडी बंद होने पर लोगो को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सुबह पहुचे धरने पर फिर सड़कों पर उतरकर किया प्रदर्शन
करनाल जिले के सभी प्राइवेट अस्पतालों के सभी डॉक्टर पहले मेडिकल कॉलेज में छात्रों के धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रों को समर्थन देने के बाद छात्रों के साथ प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतरे। मेडिकल कॉलेज से छात्रों व IMA के डॉक्टरों ने जिला सचिवालय तक सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने निकले। वहीं जिला सचिवालय में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
IMA को समर्थन मिलने पर सरकार पर दबाव पड़ रहा है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि वह बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में पिछले 28 दिन से अपनी मांगों को लेकर मेडिकल कॉलेज में हड़ताल पर बैठे है। इस दौरान कई बार सरकार से उनकी वार्ता भी हुई। लेकिन अबतक जितनी भी वार्ता सरकार से हुई है। वहीं सभी वार्ता विफल रही है। अब IMA के डॉक्टरों ने उनके समर्थन में सभी प्राइवेट अस्पतालो में ओपीडी बंद की है और उनके साथ प्रदर्शन में शामिल हुए। इससे सरकार पर काफी दबाव पड़ेगा। छात्रों ने कहा कि जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होती। तब वह भूख हड़ताल पर रहेगें।
28 दिन से नहीं हो पढ़ाई
छात्रों ने कहा कि पिछले 28 दिन से कोई भी छात्र कक्षांए नहीं लगा रहा है। जिससे उनकी पढ़ाई भी काफी प्रभावित हो रही है। पढ़ाई न होने का उन्हें काफी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। छात्रों ने कहा कि यह सरकार उनको दबाने का कोशिश कर रही है। लेकिन वह दबने वाले नहीं है। जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब वह पिछले हटने वाले नहीं है।
बॉन्ड पॉलिसी को सरकार ले वापिस
छात्रों के समर्थन में आए IMA के डॉक्टरों ने कहा कि सरकार ने जो छात्रों पर बॉन्ड पॉलिसी थोपी है। उसे जल्द सरकार वापस ले। इस बॉन्ड पॉलिसी के कारण बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। इस पॉलिसी के कारण सरकार छात्रों को बांधना चाहती है। इस पॉलिसी के कारण छात्र अपनी आगे की पढ़ाई नहीं पाएगी। वह छात्रों के समर्थन में है। अगर सरकार इस पॉलिसी को वापिस नहीं लेती तो वह भी छात्रों के समर्थन में कड़ा फैसला ले सकते है।
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OPD बंद इमरजेंसी सेवा चालू
छात्रों के समर्थन में सड़कों पर उतरे डॉक्टरों ने कहा कि IMA पहले दिन से छात्रों के साथ है। आज IMA के आहृान पर ही प्रदेश भर में प्राइवेट अस्पतालों में OPD को बंद किया हुआ है। आज सरकार को चेताने के लिए IMA ने OPD बंद करने का निर्णय लिया है। डॉक्टरों ने कहा कि अगर सरकार इस बॉन्ड पॉलिसी को वापिस नहीं लेती तो IMA भी छात्रों के समर्थन में कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
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