हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने ऊर्जा वार्ता के लिए मास्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से की मुलाकात

International News: Hungarian Prime Minister Viktor Orban meets President Vladimir Putin in Moscow for energy talks

International News: हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने शुक्रवार यानी की आज 28 नवंबर को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की। यूक्रेन में रूस के लगभग चार साल से चल रहे युद्ध के बीच किसी यूरोपीय नेता की ओर से उठाया गया आश्चर्यजनक कदम है।

ओर्बन की पिछले साल के बाद से यह दूसरी मास्को यात्रा है, जिन्हें यूरोपीय संघ के सभी नेताओं में पुतिन का सबसे करीबी सहयोगी माना जाता है। शुक्रवार 28 नवंबर को तड़के मास्को रवाना होने से पहले सरकारी मीडिया को दिए गए बयान में ओरबान ने कहा कि पुतिन के साथ उनकी बातचीत का मुख्य विषय हंगरी की “सस्ते रूसी तेल और गैस” तक निरंतर पहुंच सुनिश्चित करना होगा, जो अमेरिकी सरकार द्वारा प्रतिबंधित संसाधन हैं। हंगरी उन कुछ यूरोपीय संघ देशों में से एक है जो बड़ी मात्रा में रूसी ईंधन का आयात जारी रखे हुए हैं और उसने यूरोपीय संघ द्वारा अपने 27 सदस्य देशों को रूसी ऊर्जा आपूर्ति से दूर करने के प्रयासों का कड़ा विरोध किया है।

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इस महीने की शुरुआत में ओरबान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक के लिए वाशिंगटन गए और ट्रंप प्रशासन द्वारा रूसी ऊर्जा कंपनियों लुकोइल और रोसनेफ्ट पर लगाए गए प्रतिबंधों से छूट पाने में कामयाब रहे। ओरबान ने कहा कि इससे हंगरी की निरंतर ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हुई। ओरबान ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों से हंगरी को छूट मिलने के बाद “अब हमें केवल तेल और गैस की जरूरत है, जिसे हम रूसियों से खरीद सकते हैं। मैं इस सर्दी और अगले साल दोनों समय हंगरी को किफायती दामों पर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए वहां जा रहा हूं।” ओरबान लंबे समय से तर्क देते रहे हैं कि रूसी ऊर्जा आयात उनके देश की अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है और कहीं और से ईंधन लेने से तत्काल आर्थिक पतन होगा – एक ऐसा दावा जिस पर कुछ आलोचक विवाद करते हैं।

चूंकि शेष यूरोप ने धीरे-धीरे रूसी ऊर्जा को बंद कर दिया है, हंगरी ने अपने आयात को बनाए रखा है और यहां तक ​​कि इसमें बढ़ोतरी भी की है।इसके साल 2027 के अंत तक सभी रूसी जीवाश्म ईंधन को खत्म करने की यूरोपीय संघ की योजना के खिलाफ तर्क दिया है।

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