Jammu Politics:जम्मू कश्मीर के कठुआ में एक्स-सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन ने डोडा आतंकवादी हमले के शहीदों को बुधवार को श्रद्धांजलि दी।जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए रिटायर्ड कैप्टन मनोहर सिंह ने कहा, “हजारों की तादाद में हमारे सैनिकों ने वीरगति को प्राप्त किया है। तो ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है, इसको समझने की जरूरत है। अगर सरकार युवाओं को सेना में शामिल होने की मांग करती है तो इसका परिणाम दिखना चाहिए।
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पहले आतंकवाद केवल श्रीनगर और जम्मू प्रांत तक ही सीमित था। विशेष रूप से कठुआ एक शांतिपूर्ण इलाका था। पिछले दो महीने से ये आतंकवादी हमले की 11वीं घटना है। प्रशासन क्या कर रहा है? एक व्यक्ति जिसकी नौकरी सुरक्षित नहीं है और एक व्यक्ति जिसका जीवन सुरक्षित नहीं है। कोई भी थोड़े से पैसे के लिए सीमा को सुरक्षित नहीं करेगा। प्रशासन को इस योजना की समीक्षा करनी चाहिए और अंत में मैं यही कहूंगा कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले।”रिटायर्ड कैप्टन ज्ञान सिंह पठानिया ने कहा, “ये महीना श्रद्धांजलि देने में ही बीत गया। अगर कोई सैनिक युद्ध के मैदान में अपनी जान देता है तो कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जब ऐसी घटनाएं होती हैं तो बहुत दुख होता है।”जम्मू कश्मीर के डोडा में मंगलवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के चार जवान शहीद हो गए थे।
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कैप्टन मनोहर सिंह ने कही ये बात- हजारों की तादाद में हमारे सैनिकों ने वीरगति को प्राप्त किया है। तो ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है, इसको समझने की जरूरत है। अगर सरकार युवाओं को सेना में शामिल होने की मांग करती है तो इसका परिणाम दिखना चाहिए। पहले आतंकवाद केवल श्रीनगर और जम्मू प्रांत तक ही सीमित था।
