केरल: भीषण गर्मी की चपेट में सभी जिले, सबसे ठंडे जंगली जनजातीय इलाकों में भी लोग बेहाल

Heat In Kerala:

Heat In Kerala: केरल में भीषण गर्मी पड़ रही है। ज्यादातर जिलों में पारा सामान्य से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। मंगलवार को मौसम विभाग ने पलक्कड़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया।न केवल कस्बों और गांवों में, बल्कि घने जंगली इलाकों की जनजातीय बस्तियों में भी लोग गर्मी से परेशान हैं। अगस्त्यकुदम
पहाड़ियों की घाटी में कोट्टूर के पास चेनमपारा में कानी बस्ती तिरुवनंतपुरम जिले की सबसे ठंडी जगहों में से एक मानी जाती है। लेकिन इस बस्ती में भी लोग गर्मी से बेहाल हैं।

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यहां रहने वाले लोग पानी की कमी से भी जूझ रहे हैं। जंगल के अंदर पानी के ज्यादातर स्रोत या तो सूख गए हैं या छोटी-छोटी घाटियों में सिमट कर रह गए हैं।कुट्टीचल और कोट्टूर इलाकों में करीब 28 आदिवासी बस्तियां हैं। वहां भी कड़ी गर्मी पड़ रही है और पानी की कमी कहर बरपा रही है।जंगली जानवर अक्सर जंगल के अंदर पानी के गड्ढों के पास डेरा डाल लेते हैं। इस वजह से लोग आसानी से पानी का इस्तेमाल नहीं कर पाते।इंसान ही नहीं, जानवर भी गर्मी से बेहाल हैं।
राज्य के सबसे बड़े एलीफेंट रिहेबिलेशन सेंटरों में से एक कोट्टूर में ठंडक के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं।हाथियों को नेय्यर बांध के पानी में नहलाया जाता है। एक नली से उन पर पानी का छिड़काव भी किया जाता है।

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सेंटर में 16 हाथी हैं। उनमें से सात किशोर हैं। गर्मी से बचाने के लिए महावत उन्हें रोज नहलाते हैं। एक डॉक्टर उनकी सेहत की लगातार निगरानी करता है।बहुत ज्यादा गर्मी के हालात अल नीनो के कमजोर होने की वजह से बनते हैं। हवा में ज्यादा नमी माहौल को और बदतर बना रही है।पारा सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाए और ऐसा 48 घंटों तक रहे, तो हीटवेव का ऐलान किया जाता है। केरल के कई जिलों में पिछले साल के मुकाबले औसत तापमान में तीन से पांच डिग्री की बढ़ोतरी हुई है।

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