Lifestyle: डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। यह हमारे दैनिक जीवन को भी प्रभावित कर सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ अनस्वस्थ आदतें अवसाद के खतरे को बढ़ा सकती हैं? जी हां, कुछ आदतें जो हमारे दैनिक जीवन में शामिल होती हैं, वे डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकती हैं। वो कौन सी आदतें हैं जो हमसे जाने अंजामें में हो जाती हैं और फिर हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती हैं।
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नियमित व्यायाम न करना- नियमित व्यायाम न करना डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकता है। व्यायाम हमारे मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में मदद करता है और हमारे मूड को भी बेहतर बनाता है। लेकिन बहुतत से लोग हैं जो व्यायाम के प्रति लापरवाही बरतते हैं या इतना सिरीयस नहीं होते हैं, इसलिए आप रेगुलर एक्सरसाइज कीजिए और स्वस्थ्य रहिए।
अस्वस्थ आहार लेना- आज लोगों की बिजी लाइफस्टाइल में खान-पान पर कोई ध्यान नहीं देता और समय कि बचत के लिए बाहर से मिलने वाली चीजों का साहारा लेते हैं लेकिन आपको ये समझना होगा कि अस्वस्थ आहार लेना भी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकता है। अस्वस्थ आहार में उच्च मात्रा में चीनी और वसा होती है, जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
पर्याप्त नींद न लेना- पर्याप्त नींद न लेना भी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकता है। नींद हमारे मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में मदद करती है और हमारे मूड को भी बेहतर बनाती है।
धूम्रपान और शराब का सेवन करना- धूम्रपान और शराब का सेवन करना भी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकता है। धूम्रपान और शराब का सेवन हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और हमारे मूड को भी खराब कर सकता है।
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सामाजिक संपर्क न रखना- सामाजिक संपर्क न रखना भी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकता है। सामाजिक संपर्क हमारे मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में मदद करता है और हमारे मूड को भी बेहतर बनाता है।