LokSabha Speaker Om Birla: लोकतंत्र में सार्थक संवाद और स्वस्थ बहस जनता का विश्वास मजबूत करते हैं: लोकसभा अध्यक्ष

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LokSabha Speaker Om Birla : बेंगलुरु के विधान सौध की ऐतिहासिक सीढ़ियों पर आयोजित 11वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ / कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (CPA) भारत क्षेत्र सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने इस बात पर ज़ोर दिया कि लोकतंत्र में जनता का विश्वास तभी मज़बूत होगा जब संसद और विधानसभाओं में सार्थक संवाद और स्वस्थ बहस की परंपरा को प्रोत्साहित किया जाएगा।बिरला ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद की संस्कृति हजारों वर्षों से हमारी परंपरा का हिस्सा रही है.LokSabha Speaker Om Birla
जिसे हमारे संविधान ने और अधिक मज़बूती प्रदान की। उन्होंने संविधान सभा की बहसों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब हर शब्द और अनुच्छेद पर गहन चर्चा हुई थीउसी कारण हमारा संविधान समावेशी और दूरदर्शी बन सका। बिरला ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत और सबसे जीवंत संविधान; “भारत का संविधान” है। हमारे संविधान निर्माताओं के प्रयासों से भारत अनेक विविधताओं के बावजूद एकजुट है।लोकसभा अध्यक्ष ने सभी जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे सदन में अपने आचरण से गरिमा और मर्यादा बनाए रखें.LokSabha Speaker Om Birla

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हंगामे, गतिरोध और बार-बार स्थगन से लोकतंत्र को केवल आघात पहुँचता है और जनता का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को इस पर आत्ममंथन करना चाहिए कि बहस और संवाद से ही समाधान निकलता है।विधानमंडलों में सत्रों की घटती संख्या, चर्चा का सीमित समय और लगातार व्यवधान पर चिंता व्यक्त करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि हमें अपनी बहस की संस्कृति को और सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की जनता हमसे शोर नहीं, समाधान चाहती है। यदि हमारी बहस रचनात्मक होगी तो हमारे कानून बेहतर होंगे.LokSabha Speaker Om Birla
हमारे कानून बेहतर होंगे तो शासन सशक्त होगा, और यदि शासन सशक्त होगा तो जनता का विश्वास अटूट रहेगा।ओम बिरला ने तकनीकी नवाचारों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल संसद ऐप, NeVA (National e-Vidhan Application) और संसद-भाषिणी जैसे प्रयोगों का उल्लेख किया, जिनसे बहुभाषी समाज में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की पहुँच बढ़ी है। उन्होंने बताया कि भारत की संसद की कार्यवाही अब हिंदी और अंग्रेज़ी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी और असमिया सहित 22 भाषाओं में उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे यह अधिक समावेशी बन रही है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) लगभग 180 राष्ट्रमंडल सांसदों/विधान मंडलों का एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है। लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला सीपीए भारत क्षेत्र की कार्यकारी समिति के पदेन अध्यक्ष हैं। भारत सीपीए का 9वां क्षेत्र है, तथा देश के सभी 31 राज्य/संघ राज्य क्षेत्र शाखाएं भारत क्षेत्र के अंतर्गत शामिल हैं।

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कर्नाटक, बेंगलुरू में आयोजित हो रहे इस तीन दिवसीय 11वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र सम्मेलन का मुख्य विषय “विधायी संस्थाओं में संवाद और चर्चा – जन विश्वास का आधार, जन आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम” रखा गया है। इस अवसर पर कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष ने स्वागत भाषण दिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री  सिद्धरामैय्या; कर्नाटक विधान परिषद के अध्यक्ष; राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश; कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने सभा को संबोधित किया। सीपीए कर्नाटक शाखा के सचिव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.LokSabha Speaker Om Birla

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