Priyanka Chaturvedi :शिवसेना (उद्धव गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि राज्यसभा में विपक्षी सदस्य अपने संवैधानिक अधिकारों की मांग कर रहे थे, जो उन्हें नहीं मिला।उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने सभापति से पीएम मोदी के स्पीच के बीच बोलने की इजाजत मांगी तो उन्होंने समय देने से इनकार कर दिया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के समय विपक्ष के नेता को बोलने का अधिकार नहीं मिला। इसलिए विपक्षी सांसदों ने कांग्रेस की अगुवाई में राज्यसभा से वॉकआउट किया है।
Read Also: DMRC-Driverless Train: बिना ड्राइवर अब चलेगी दिल्ली मैट्रो, क्या यात्री रहेंगे सेफ?
प्रियंका चतुर्वेदी ने संविधान पर कही ये बात- शिवसेना (उद्धव गुट) की सासंद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा वो संविधान का हवाला दे रहे थे और हम बार-बार, जो हमारे संवैधानिक अधिकार हैं, जहां एलओपी जब खड़े होते हैं, उनके सम्मान में जब इंटर्जेक्ट जब कर रहे हैं, रिक्वेस्ट कर रहे हैं समय दे दीजिए। वो समय नहीं दे रहे थे। चेयरमैन ने मना कर दिया कि वो इंटर्जेक्ट करने का मौका नहीं देंगे। ये भूल गए हैं कि जब लोकसभा में प्रोेसिडिंग्स चल रही थी, इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि असंवैधानिक तरीके से जब एलओपी बात कर रहे थे तो खुद प्रधानमंत्री उठ गए, कृषि मंत्री उठ गए, गृह मंत्री उठ गए।
Read Also: AI Voice Scam: स्कैम के नए तरीके से पुलिस भी हैरान, स्कैमर्स कर रहे हैं सारी हदें पार
प्रियंका चतुर्वेदी ने NDA पर लगाया गंभीर आरोप- सब जवाब देने के लिए उठ गए। हम जो दो मिनट का मांग, जो एलओपी का सम्मान होेता है, एलओपी का जो कॉस्टिट्यूशन अधिकार है, वो मांग रहे थे। पर ये जो संविधान का गुणगान कर रहे थे, उसी का गला घोंटने का काम किया। इसलिए हमने सदन से वॉकआउट किया है। गरिमामय काम किया है क्योंकि हमें सदन की गरिमा रखनी थी क्योंकि यहां पर हमारा सम्मान नहीं हो रहा है, सम्मान होना जरूरी है और उनको याद दिलाना जरूरी है कि आपको 272 का बहुमत नहीं मिला है। आप बहुमत से कम हैं।”