Ram Navami News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रविवार को रामनवमी के पावन मौके पर कुछ मुस्लिम महिलाओं ने सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल पेश करते हुए सुभाष भवन में आयोजित सुबह की आरती में हिस्सा लिया।इन मुस्लिम महिलाओं ने बनारस शहर की उस परंपरा को कायम रखा, जो लगभग दो दशकों से यहां चल रही है।
Read also-Sports News: ब्राजील में आयोजित विश्व मुक्केबाजी कप में भारत ने जीते छह मेड़ल
कुछ लोगों के लिए हिंदुओं के पावन अनुष्ठान में मुस्लिम महिलाओं की भागीदारी धार्मिक एकता और भाईचारे का मजबूत प्रतीक है।आज देशभर के मंदिरों में राम नवमी पर भक्ति और श्रद्धा का नजारा देखने को मिल रहा है। इस बीच वाराणसी में साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए उठाया गया मुस्लिम महिलाओं का ये कदम एकजुटता और प्रेम का एक मजबूत संदेश दे रहा है।
Read also-PM Tamil Nadu Visit: भाषा विवाद के बीच PM ने तमिलनाडु सरकार पर तंज कस दिया बड़ा बयान
नजमा, मुस्लिम महिला: जब प्रभु श्रीराम का नाम आता है तो हम उन्हें किसी धर्म में बांट सकते हैं ना जाति में बांट सकते हैं ना किसी संप्रदाय में बांट सकते हैं। प्रभु श्रीराम सबके थे सबके हैं और सबके रहेंगे। भारत के रहने वाले हर शख्स चाहे वो हिंदू हो या मुस्लमान हो उनके प्रभु श्रीराम हैं। हम सभी हिंदू मुस्लिम बहनें मिल कर प्रभु श्रीराम की आरती उतार रहे हैं और उनका जन्मोत्सव मना रहे हैं।
डॉ. राजीव श्रीवास्तव, प्रोफेसर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय:19 सालों से ये परंपरा चली आ रही है। मुस्लिम महिलाएं भगवान श्रीराम की आरती करके पूरी दुनिया को एकता, भाईचारे, प्रेम सौहार्द और सहिष्णुता का संदेश देती है।”
