Operation Sindoor: संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन था, लेकिन बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण एसआईआर को लेकर विवाद के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही ठप्प रही। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण प्रश्नकाल और शून्यकाल भी नहीं चल सका। दरअसल बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण S.I.R को लेकर सियासी घमासान चरम पर है। विपक्षी दल इस प्रक्रिया को “लोकतंत्र पर हमला” करार दे रहे हैं।Operation Sindoor
Read also- एसडीआरएफ ने दिखाई बहादुरी, प्लस्टा नदी के पास पानी में फंसे लोगों को बचाया
वही संसद के मकर द्वार पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी सांसदों ने प्रदर्शन किया। काले कपड़े पहनकर और तख्तियां लेकर विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की। वही संसद परिसर में बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर बयान देते हुए लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बयान दिया। राहुल गांधी ने कहा कि”हमने महाराष्ट्र में देखा कि कैसे वोटर लिस्ट में धांधली की गई। अब बिहार में भी यही खेल चल रहा है। यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। हमने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट और वीडियोग्राफी की मांग की, लेकिन जवाब में कानून बदल दिया गया। हम इस चोरी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने दावा किया कि बिहार में एसआईआर के नाम पर मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो रहा है।विपक्ष के कई नेताओं ने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया गरीब, प्रवासी और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के वोट काटने की साजिश है।दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक नियमित प्रक्रिया है और विपक्ष “घुसपैठियों” के समर्थन में हंगामा कर रहा है।Operation Sindoor
Read also- India-UK FTA: भारत-ब्रिटेन गुरुवार को लंदन में मुक्त व्यापार समझौते पर करेंगे हस्ताक्षर
गिरिराज सिंह ने कहा कि 2003 में भी वोटर लिस्ट की समीक्षा हुई थी, तब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे। विपक्ष सिर्फ डर का माहौल बना रहा है। उन्हें रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की चिंता है, जो फर्जी वोटिंग करते हैं।बहरहाल इस विवाद ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को और गर्म कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि वे इस मुद्दे को संसद से सड़क तक उठाएंगे, जबकि सत्तापक्ष इसे नियमित प्रशासनिक प्रक्रिया बता रहा है।वहीं अगले हफ्ते संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा भी तय हो गई है।आज हुई राज्यसभा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में राज्यसभा में चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इससे पहले लोकसभा ने भी चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया था।लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर यह चर्चा अगले हफ्ते सोमवार से और राज्यसभा में मंगलवार से शुरू हो सकती है। Operation Sindoor