Panjab-Haryana: पंजाब और हरियाणा दोनों ही प्रदेश इस समय आमने-सामने हैं। हरियाणा के नए विधानसभा के लिए चंड़ीगढ़ में 10 एकड़ जमीन को लेकर पंजाब विरोध कर रहा है। गौर करने वाली बात ये है कि हरियाणा में बीजेपी की सरकार है इसके बावजूद पंजाब के बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी जमीन आवंटन पर रोक लगाने की बात कह रहे हैं।
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दरअसल, हरियाणा के नए विधानसभा भवन के लिए चंड़ीगढ़ में 10 एकड़ जमीन की मांग को लेकर पंजाब के नेताओं ने हरियाणा के भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया है। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल के साथ ही भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी विरोध कर रहे हैं। सुनील जाखड़ ने PM मोदी से हरियाणा विधानसभा के लिए जमीन आवंटन रोकवाने के लिए अपील की है। पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि पीएम मोदी ने पंजाबियों के सामाजिक और धार्मिक उत्थान में बहुत कुछ किया है, लेकिन हरियाणा को चंडीगढ़ में जमीन देने के निर्णय से पंजाबियों को ठेस पहुंचेगी। चंडीगढ़, पंजाब की राजधानी होने के कारण, पंजाब के लोगों से जुड़ा हुआ है न की सिर्फ एक भूभाग है।
पंजाब की आप सरकार की पूर्व मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि चंडीगढ़ में हरियाणा विस का भवन बनाया जा रहा है, ताकि चंडीगढ़ पर उसका पक्का अधिकार कायम हो जाए। पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के 22 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ में बसाया गया था। चंडीगढ़ को अस्थायी तौर पर हरियाणा की राजधानी बनाया गया, जहां शासन और प्रशासनिक कार्य चलते थे। हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान चंडीगढ़ पर हक जमाते हैं, लेकिन जब वह विभाजन में मिला हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर देंगे और एसवाईएल का पानी हरियाणा को देंगे, तो चंडीगढ़ उनका है। यह सब होने तक, हरियाणा चंडीगढ़ पर शासन करेगा। दोनों राज्यों के बीच हुए समझौते को पंजाब लागू नहीं कर रहा है। उनका कहना था कि जब पंजाब और हरियाणा अलग हुए, तो हरियाणा को वर्तमान विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया था।
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हरियाणा कांग्रेस के नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि चंडीगढ़ को हरियाणा विधानसभा भवन के लिए जमीन के बदले जमीन नहीं दी जानी चाहिए थी क्योंकि चंडीगढ़ पर हरियाणा का 40 प्रतिशत हक है। भाजपा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा को उसका हक मिल गया है। चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन देने के बदले हरियाणा को 10 एकड़ जमीन दी गई है, जहां विधानसभा भवन बनाया जाएगा। किरण ने बताया कि चंडीगढ़ में शुरू से हमारा अनुपात 60:40 था। वह हमें कभी नहीं मिला। विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र और सीएम नायब सिंह सैनी ने जमीन दिए जाने का स्वागत किया और कहा कि जल्द ही काम शुरू होगा।