Kisan Andolan- किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को लेकर पिछले 23 दिनों से फतेहाबाद-रतिया मुख्य मार्ग पर गांव अयाल्की के पास रंगोई नाले पर लगाए गए नाके को प्रशासन ने हटाना आरंभ कर दिया है। एक या दो दिनाें में सभी बेरिकेड्स भी हटा दिए जाएंगे, जिससे लोगों रतिया व फतेहाबाद के यात्रियों को राहत मिलेगी
किसानों द्वारा दिल्ली कूच को लेकर पहले प्रशासन ने पंजाब के साथ लगते मुख्य मार्गों हांसपुर रोड, रतिया के रोझांवाली व टोहाना के 148-बी नेशनल हाइवे को बंद कर दिया था। इसी दिन जब रतिया के गुरूद्वारा अजीतसर से भारतीय किसान यूनियन खेती बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने दिल्ली के लिए कूच किया तो प्रशासन ने गांव अयाल्की के पास रंगोई नाले पर बेरिकेड़िंग कर दी।
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प्रशासन ने यहां पर सड़क तोड़कर खाई खोद और सड़क पर ग्रीस डाल दी थी। औऱ साथ ही सड़क पर नुकीली कीलें भी लगा दी हैं इसके अलावा 6-6 फुट के सीमेंटिड ब्लॉक व कंटीली तारों के अलावा लोहे के बेरिकेड्स लगा दिए थे। नाके वाली जगह से पहले भी बेरिकेडिंग लगाकर रतिया जाने वाले राहगीरों को ग्रामीण क्षेत्रों से जाने के लिए पुलिस को तैनात किया था।
आपको बता दे कि पूरे 23 दिनों के बाद प्रशासन ने अब बेरिकेड़िंग हटाने का कार्य आरंभ कर दिया है। प्रशासन की ओर से यहां पर लगी कीलों व ग्रीस को हटा दिया गया है। कंटीली तारें भी अलग कर दी गई हैं। हालांकि अभी यहां पर सुरक्षा के लिए काफी बेरिकेडिंग है, जिसको हटाने में 1 या दो दिन का समय लग सकता है। यह मार्ग खुलने से लोगों को राहत की सांस मिलेगी।