लोकसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने VB-G RAM G बिल पेश किया है। इस बिल में ग्रामीण परिवारों को 100 की जगह 125 दिन रोजगार की गारंटी दी गई है, लेकिन फंडिंग पैटर्न बदलकर केंद्र का हिस्सा ज्यादातर राज्यों में 60 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है साथ ही योजना को विकसित भारत 2047 के विजन से जोड़ा गया है। Parliament
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कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिल का कड़ा विरोध किया।उन्होंने कहा, “मुझे नाम बदलने की यह सनक समझ नहीं आती। हर बार नाम बदलने में सरकारी खजाने पर भारी खर्च होता है – बोर्ड, स्टेशनरी, दस्तावेज सब बदलने पड़ते हैं। Parliament
मनरेगा ने पिछले 20 सालों में ग्रामीण भारत को मजबूत किया है। गरीबों को 100 दिन का कानूनी रोजगार अधिकार दिया। यह नया बिल उस अधिकार को कमजोर करेगा, ग्राम सभाओं की भूमिका घटाएगा और राज्यों पर बोझ डालेगा। प्रियंका गांधी ने इस बिल को संसद की स्थायी कमेटी को भेजे जाने की मांग की है।सदन में प्रियंका गांधी ने भावुक होते हुए कहा, “महात्मा गांधी मेरे परिवार के नहीं थे, लेकिन पूरे देश के परिवार जैसे थे. उनके नाम को हटाना उनके योगदान का अपमान है।“Parliament
बिल पेश होने के बाद सदन में हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित हुई। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।कांग्रेस, डीएमके ,समाजवादी पार्टी सहित कई दलों के सांसदों ने बापू की तस्वीरें हाथ में लेकर नारे लगाए – ‘महात्मा गांधी अमर रहें’।प्रियंका गांधी ने प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा, “नाम बदलने की आड़ में सरकार मनरेगा को खत्म करना चाहती है. यह ग्रामीण मजदूरों के अधिकारों पर हमला है। Parliament
वही सत्ता पक्ष ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है। भाजपा सांसदों का कहना है कि यह बिल मनरेगा को मजबूत करेगा, रोजगार के दिन बढ़ाएगा और विकसित भारत के लक्ष्य से जोड़ेगा। उन्होंने विपक्ष पर झूठ फैलाने और राम के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।यह मुद्दा अब संसद से बाहर सड़कों तक पहुंच सकता है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह इस बिल का हर स्तर पर विरोध करेगी।कल सदन में इस पर और चर्चा होने की उम्मीद है। Parliament
