पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की महिला यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान और चीन का दौरा किया था। पुलिस ने रविवार को बताया कि हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा, जो ‘ट्रैवल विद जेओ’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती है। उनको हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था।
Read Also: ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला अशोका यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर अली खान दिल्ली में गिरफ्तार
पुलिस ने बताया है कि हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी। उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। ज्योति को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
एक अधिकारी ने बताया, “आगे की पूछताछ जारी है। हम उसकी वित्तीय लेन-देन और यात्रा इतिहास का विश्लेषण कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि हम उसके लैपटॉप और मोबाइल को जब्त करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। ज्योति के यूट्यूब चैनल पर 3.77 लाख सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम अकाउंट पर 1.33 लाख फॉलोअर्स हैं। उस पर आरोप है कि वो कथित तौर पर दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में काम करने वाले एक पाकिस्तानी कर्मचारी के संपर्क में थी। 13 मई को भारत ने जासूसी में कथित रूप से शामिल होने के कारण उस पाकिस्तानी अधिकारी को निष्कासित कर दिया था।
ज्योति के यूट्यूब चैनल अकाउंट पर पाकिस्तान यात्रा से जुड़े कुछ वीडियो दिखाए गए हैं। उसने अब तक कुल 487 वीडियो बनाए हैं। उसने अपने यूट्यूब चैनल पर खुद को ‘घुमंतू सिंह लड़की’, ‘घूमने वाली हरियाणवी+पंजाबी’ और ‘पुराने ख्यालों की आधुनिक लड़की’ बताया है। वहीं 16 मई को सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार 2023 में ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई, जहां वो पाकिस्तान की यात्रा के लिए वीजा लेने गई थी। एफआईआर में कहा गया है कि ज्योति, जो दो बार पाकिस्तान जा चुकी थी। दानिश के परिचित अली अहवान से मिली थी, जिसने उसके वहां रहने की व्यवस्था की थी।
Read Also: IPL, PBKS vs RR: राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पंजाब किंग्स ने 5 विकेट के नुकसान पर बनाए 219 रन
अली अहवान ने ही ज्योति की पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों से मुलाकात कराई और शाकिर और राणा शाहबाज से मुलाकात कराई। किसी भी संदेह से बचने के लिए उसने शाहबाज का मोबाइल नंबर ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव कर रखा था। वहीं सब-इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के अनुसार वो व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए इन लोगों के संपर्क में थी और उन्हें संवेदनशील जानकारी देती थी। उसने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कई बार दानिश से मुलाकात की और वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी।