राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और PM मोदी कल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राज्यपालों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। गवर्नर्स कॉन्फ्रेंस में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों, राज्य विश्वविद्यालयों के उप–कुलपतियों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी भाग लिया जा रहा है।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा “ट्रांसफॉर्मिंग हायर एजुकेशन में NEP-2020 की भूमिका” शीर्षक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। NEP-2020 21 वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है जिसे पिछली राष्ट्रीय नीति 1986 के 34 सालों के बाद घोषित किया गया था। NEP-2020 को स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों स्तरों में बड़े सुधारों की ओर निर्देशित किया गया है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को एक न्यायसंगत और जीवंत ज्ञान समाज बनाने के लिए प्रयासरत है। यह एक भारत–केंद्रित शिक्षा प्रणाली को लागू करता है जो भारत को वैश्विक महाशक्ति में बदलने में सीधे योगदान देता है।
इसमें कहा गया है कि एनईपी का व्यापक परिवर्तन देश की शिक्षा प्रणाली में प्रतिमान बदलाव लाएगा और प्रधान मंत्री द्वारा परिकल्पित एक नए ‘आत्मनंबर भारत‘ के लिए एक सक्षम और सुदृढ़ शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।
देश भर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कई पहलुओं पर विभिन्न वेबिनार, आभासी सम्मेलन और सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं।
शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इससे पहले ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के तहत उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों पर कॉन्क्लेव‘ आयोजित किया था, जिसे मोदी ने संबोधित किया था।
इसके पहले ही गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने शनिवार को कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने वाला पहला राज्य बनने की है और जल्द ही इसका खाका तैयार करने के लिए कार्यबल का गठन किया जाएगा।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter.
