कच्छ की संस्कृति और परंपरा का जश्न मनाने वाला ‘रण उत्सव शुरु, जानिए क्या है इसकी खासियत

Rann Utsav 2024:

Rann Utsav 2024: गुजरात के कच्छ में भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब बसे धोरडो गांव में इस हफ्ते सालाना रण उत्सव की शुरुआत हो गई है।इस खास उत्सव में कच्छ के पारंपरिक लोक नृत्य, संगीत, हस्तशिल्प और व्यंजनों का प्रदर्शन किया जाता है।धोरडो को टेंट सिटी भी कहा जाता है। इस साल सैलानियों के ठहरने के लिए 400 टेंट लगाए गए हैं। तकरीबन पांच महीने तक चलने वाले इस सालाना उत्सव के दौरान बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है।

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उद्घाटन के दिन टेंट सिटी देखने पहुंचे कुछ सैलानियों ने कच्छ की शानदार संस्कृति और परंपराओं से रूबरू होने का मौका मिला। इसमें खास पकवान भी शामिल थे।हाल ही में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने धोरडो गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक घोषित किया है। इसलिए इस रण उत्सव में लोगों का जोश दोगुना दिख रहा है।रण उत्सव पहली बार 2009 में आयोजित किया गया था। आयोजकों के मुताबिक तब से हर साल रण उत्सव देखने के लिए लाखों सैलानी पहुंचते हैं।इस बार रण उत्सव 15 मार्च 2025 तक चलेगा।

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अमित गुप्ता, मैनेजर, टेंट सिटी, रण उत्सव: रण उत्सव की शुरुआत हो चुकी है टेंट सिटी में आज से, 15 मार्च तक आयोजन होगा। देश-दुनिया से आने वाले प्रवासियों के लिए हमने एक मैसेज देने की कोशिश की है कि जो लाइन है कि कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा, तो कच्छ की संस्कृति ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाए, इसके लिए हमने पूरे टेंट सिंटी में कच्छ के संगम को करने की कोशिश की है।”

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