Sleep Divorce: आजकल की व्यस्त जीवनशैली में रात की नींद पूरी करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। खासकर कपल्स के लिए जो दिनभर घर-ऑफिस और बच्चों में बिजी रहते हैं। रात में चैन की नींद की चाहत में भी कई बार वे असफल रहते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि स्मार्टफोन की लत, झगड़े या खर्राटे जैसी आदतें।ऐसे में एक नया ट्रेंड सामने आया है, जिसे स्लीप डिवोर्स कहा जा रहा है। यह एक ऐसी स्तिथि है, जहां पति-पत्नी एक ही घर में रहते हैं, लेकिन रात में अलग-अलग कमरों में सोते हैं। यह पैटर्न दुनियाभर में ट्रेंड कर रहा है और लोगों को इसके फायदे दिखाई दे रहे हैं।
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स्लीप डिवोर्स के फायदे
जब दोनों साथी अलग-अलग बिस्तरों पर सोते हैं तो वे दोनों बेहतर नींद ले सकते हैं, क्योंकि उन्हें एक दूसरे की नींद में खलल नहीं पड़ती है। स्लीप डिवोर्स के साथ, दोनों साथी अपने बेडरूम को अपनी पसंद के अनुसार सजा सकते हैं और अपने समय का उपयोग अपनी पसंद के अनुसार कर सकते हैं। जब दोनों साथी अलग-अलग बिस्तरों पर सोते हैं तो उन्हें एक दूसरे के साथ सोने के तनाव से मुक्ति मिलती है।
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स्लीप डिवोर्स के नुकसान
जिस तरह से स्लीप डिवोर्स के फायदे हैं उसी तरह इसके नुकसान भी हैं, जैसे- जब दोनों साथी अलग-अलग बिस्तरों पर सोते हैं तो उन्हें एक दूसरे के साथ कम निकटता महसूस हो सकती है। स्लीप डिवोर्स के साथ, दोनों साथी एक दूसरे से कम बातचीत कर सकते हैं और उनके बीच संचार में कमी आ सकती है। स्लीप डिवोर्स को लेकर सामाजिक दबाव हो सकता है क्योंकि लोग इसे एक अजीब या असामान्य व्यवस्था के रूप में देख सकते हैं।
