Lok Sabha Speaker: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद, चाहे किसी भी रूप में हो, सभ्यता और मानव विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि यह किसी एक देश या एक क्षेत्र के लिए खतरा नहीं है, बल्कि पूरी मानवता के लिए कड़ी चुनौती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आतंकवाद के इस खतरे से लड़ने के लिए सभी देश एक साझा मोर्चे और रणनीति के साथ एक साथ खड़े होंगे। उन्होंने आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए श्रीलंका के संसदीय शिष्टमंडल को धन्यवाद दिया। अध्यक्ष महोदय ने विश्व के लोकतांत्रिक देशों की संसदों से आतंकवाद के वैश्विक खतरे के विरुद्ध एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने आज संसद भवन में श्रीलंका की संसद के डिप्टी स्पीकर और श्रीलंका की संसद की समितियों के सभापति, माननीय डॉ. रिज़्वी सालीह के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए श्रीलंका के संसदीय शिष्टमंडल के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ये टिप्पणियां कीं।
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भारत की संसद के कामकाज में अपनाए जा रहे विभिन्न तकनीकी नवाचारों के बारे में बताते हुए, बिरला ने कहा कि भारत की संसद डिजिटल और एआई आधारित तकनीकों के माध्यम से संसदीय प्रणाली में जन भागीदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच संसदीय शिष्टमंडलों के नियमित आदान-प्रदान पर प्रसन्नता व्यक्त की, जिससे आपसी समझ और सहयोग को बढ़ावा मिला है। उन्होंने संसद सदस्यों के क्षमता निर्माण के महत्व को रेखांकित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी दोनों देशों में विधायी प्रक्रियाओं और जन भागीदारी को मजबूत कर रहे हैं।