Stock Market: भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिका में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगा है। अडाणी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारतीय उप-महाद्वीप में सौर परियोजनाओं के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत दी और ये बात उन्होंने अमेरिकी निवेशकों से छिपाई।
अडानी के अलावा जिन और लोगों पर ये आरोप लगे हैं, उनमें उनके भतीजे और अडाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी और कंपनी के सीईओ रहे विनीत जैन शामिल हैं। जैन 2020 से 2023 तक कंपनी के सीईओ थे और वो निदेशक मंडल के प्रबंध निदेशक हैं। 62 साल के अडाणी पर बुधवार को प्रतिभूति धोखाधड़ी करने और उसकी साजिश रचने के आरोप लगाए गए। उनके खिलाफ ब्रुकलीन की संघीय अदालत में दो मामले दर्ज किए गए हैं।
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ये मामला अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक दूसरी कंपनी के लिए भारत सरकार को 12 गीगावाट सौर ऊर्जा बेचने को लेकर अधिकारियों को रिश्वत देने से जुड़ा है। अभियोग में अडाणी और दूसरों पर भारत में अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को लगभग 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने या देने की योजना बनाने के आरोप हैं। उन पर वॉल स्ट्रीट (अमेरिकी शेयर बाजार) के निवेशकों के साथ असलियत छिपाने का आरोप है, जबकि इन निवेशकों ने पिछले पांच साल में इस परियोजना में कई अरब डॉलर लगाए हैं।
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उप-सहायक अटॉर्नी जनरल लिसा मिलर ने कहा कि अडाणी और उनके सहयोगियों ने अमेरिकी निवेशकों की कीमत पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के माध्यम से बड़े पैमाने पर इनर्जी सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने की कोशिश की। अमेरिकी अटॉर्नी ब्रियोन पीस ने कहा कि प्रतिवादियों ने योजना तैयार की और हमारे वित्तीय बाजारों की कीमत पर खुद को फायदा पहुंचाने की कोशिश की। अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग ने अडाणी और दो लोगों पर अमेरिकी प्रतिभूति कानूनों के धोखाधड़ी प्रावधानों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दोनों मामले ब्रुकलिन की संघीय अदालत में दायर किए गए हैं। इस बारे में अडाणी ग्रुप को ई-मेल भेजकर जवाब मांगा गया है। लेकिन फिलहाल उनकी तरफ से कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है।