MP News: प्याज काटते समय आपकी आंखों में आंसू आ जाते है। लेकिन मध्य प्रदेश में प्याज की लगातार गिरती कीमतें अब किसानों को रुला रही हैं।मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी थोक मंडियों में से एक नीमच कृषि उपज मंडी में प्याज के ढेर लगे हुए हैं, क्योंकि किसान इसे सिर्फ एक रुपये प्रति किलो की कीमत पर बेचने से इनकार कर रहे हैं।कुछ किसान मजबूरी में प्याज को बेहद कम कीमत पर बेच रहे हैं। वहीं दूसरे किसानों का कहना है कि उन्हें खेत से मंडी तक लाने का भाड़ा भी नहीं मिल पा रहा है इसलिए प्याज बेचने के बजाय इसे जानवरों को खिलाना बेहतर है।
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अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य राजस्थान में भी प्याज की बंपर फसल की वजह से इसकी कीमतों में गिरावट आई है।बाजारों में प्याज की ज्यादा आवक की वजह से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्याज की कीमतों में जल्द सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं।किसानों को अब उम्मीद है कि सरकार संकट से उबरने में उनकी मदद करेगी।
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समीर दास, निरीक्षक, कृषि उपज मंडी, नीमच: मंडी में आज 800 कट्टे की आवक है और अगर भाव की बात करें तो लगभ डेढ़ सौ रूपये क्विंटल से 1100 रुपये क्विंटल तक आज बिका है प्याज। कल मेरी प्याज वाले व्यापारियों से चर्चा हो रही थी कि तो उन्होंने यही बताया कि हर बार राजस्थान के जोधपुर और अन्य जहां प्याज कम पैदा होता है, वहां भी प्याज का बहुतायत में उत्पादन हुआ है, साथ ही मध्य प्रदेश में भी काफी उत्पादन हुआ है। तो इस उत्पादन के कारण ही कहीं न कहीं भाव अभी कम जा रहे हैं।
