चेरापूंजी में खूबसूरत झरना बंद होने से सैलानी हुए निराश, Locals पर रोजी-रोटी का उमड़ा संकट

Meghalaya News: मेघालय के चेरापूंजी में आने वाले सैलानी इन दिनों थोड़े निराश हैं, क्योंकि इन्हें यहां के दो खूबसूरत झरनों को देखने का मौका नहीं मिल पा रहा है। ये आकर्षक झरने हैं वेई सॉडोंग और डैनथलेन, जो 2023 से पर्यटकों के लिए बंद हैं। इस बंद की वजह लैटदुह, उम्बलाई और मावफू गांवों से जुड़ा भूमि विवाद है। इस अनसुलझे विवाद की वजह से जहां सैलानी इनकी खूबसूरती का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं, वहीं स्थानीय पर्यटन पर भी इसका असर पड़ रहा है।यहां के लोगों का कहना है कि झरने बंद होने से उनकी आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुई है।

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वे अधिकारियों से इस भूमि विवाद को जल्द सुलझाने और उनकी आर्थिक तरक्की के लिए झरनों को फिर से खोलने का आग्रह कर रहे हैं।लैटदुह गांव में स्थित खूबसूरत झरना वेई सॉडोंग, सोशल मीडिया पर तब मशहूर हुआ जब स्थानीय युवाओं ने पर्यटकों को इस तक पहुंचने में मदद करने के लिए अस्थायी सीढ़ियां बनाईं। हाल ही में ये जगह इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सुर्खियों में आई, जिनका शव वेई सॉडोंग पार्किंग एरिया के पास एक घाटी से बरामद किया गया था।

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स्लाविंग्टा कासांजिंग, स्थानीय निवासी: वेई सॉडोंग लैटदुह नामक गांव में है। ये पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने वाला पहला गांव है। लेकिन बाद में पास के गांव उम्बलाई की ओर से कहा गया कि ये जगह उनके इलाके की है। इस मामले को जिला परिषद और हिमा सोहरा में मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा सुलझाया जाना चाहिए। ये मामला लंबित है और अब इस मामले का निपटारा मुख्यमंत्री कार्यालय में है।

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