कोरोना के बाद दुनियाभर के देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है इससे दुनिया की महाशक्ति अमेरिका भी अछूता नहीं है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था साल के पहले तीन महीनों में ही सिकुड़ गई, और हाई इनफ्लेशन और बढ़ती ब्याज दरों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
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एक साल पहले की तुलना में 8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले महीने, कीमतों में एक साल पहले की तुलना में 8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो चार दशकों में सबसे तेज बढ़ोतरी है। साल 2020 में महामारी की चपेट में आने के बाद से सकल घरेलू उत्पाद में पहली तिमाही में सालाना आधार पर 1.4 फीसदी की गिरावट आई है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था कर रही कई तरह के दबावों का सामना
अमेरिकी अर्थव्यवस्था कई तरह के दबावों का सामना कर रही है। दबाव के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं और अगले साल संभावित मंदी के बारे में चिंता जताई जा रही है। मुद्रास्फीति लोगों पर भारी पड़ रही है क्योंकि गैस और खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, उधार लेने की लागत बढ़ रही है और वैश्विक अर्थव्यवस्था रूस के यूक्रेन पर आक्रमण और चीन के कोविड-19 लॉकडाउन से प्रभावित है।
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