Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के हरदोई में इन दिनों बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। हालात इस कदर खराब हैं कि जिले के कालागाड़ा गांव में आई बारात को नाव से आना पड़ा। इतना ही नहीं जब विदाई की बारी आई तो दुल्हन को भी नाव से विदा कराके ले जाना पड़ा। लगातार और भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के 18 जिलों के तकरीबन 18 लाख लोग प्रभावित हैं। नदियां भी उफान पर हैं जिससे कई इलाके तो पूरी तरह डूबे डूबे नजर आ रहे हैं।
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बता दें, पाली क्षेत्र के कहारकोला गांव को गर्रा नदी में आई बाढ़ ने एक टापू बना दिया। कहारकोला के युवा राहुल की शादी हुई। बारात कहारकोला से चलाया। दूल्हा और दूसरे बारातियों ने गांव से मुख्य मार्ग तक नाव का सहारा लिया। नाव ने सभी को पानी में डूबे संपर्क मार्ग के पास उतार दिया, जो दो किलोमीटर पहले था। दूल्हा और अन्य लोग पानी के अंदर पैदल चलकर मुख्य मार्ग पर पहुंचे।
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शाहाबाद के कालागाड़ा गांव के लिए बारात लेकर निकले दूल्हा राहुल ने बताया कि शनिवार को शादी के बाद विदा कराकर अपनी पत्नी सोनी को गांव लाएगा। उन्होंने कहा कि गांव तक जाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है, इसलिए उसे नाव में बिठाकर ही ले जाएगा। राहुल का कहना है कि अगर पानी का स्तर बढ़ता है, तो वह गांव जाने की बजाय एक-दो दिन दूसरे स्थान पर रहेगा, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम है। उसने कहा कि वह अपनी पूरी कोशिश करेगा कि दुल्हन के साथ सीधे घर पहुँचे।
