West Bengal: जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के बाद सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के हवलदार झंटू अली शेख का पार्थिव शरीर शुक्रवार 25 अप्रैल की देर रात एन. एस. सी. बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया।
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हवलदार झंटू अली शेख का शव शनिवार 26 अप्रैल को अंतिम संस्कार के लिए नादिया ले जाया गया। मृतक सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए बंदूकों की सलामी दी गई। पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने तिरंगे में लिपटे ताबूत पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसके बाद शव को शवगृह ले जाया गया। West Bengal:
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हवाई अड्डे पर इकट्ठा लोगों की भीड़ ने “भारत माता के वीर संतान झंटू शेख अमर रहे” के नारे लगाए। शहीद शेख की पत्नी ने कहा कि वो अभी भी इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर पाई है कि उसका पति कभी वापस नहीं आएगा और न ही अपने बेटे और घर के आसपास के दूसरे बच्चों के साथ खेलेगा। दिवंगत शेख के परिवार में उसकी पत्नी, बेटी और एक बेटा है। झंटू तीन भाइयों में से एक था। वो और उनके बड़े भाई रफीकुर शेख दोनों भारतीय सेना में थे।