संसद का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, इस सत्र में हुईं कुल 15 बैठकें

parliament

संसद का शीतकालीन सत्र आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। 1 दिसंबर से शुरू हुआ यह सत्र हंगामे और महत्वपूर्ण विधेयकों के पारित होने के बीच समाप्त हुआ है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।

Read Also: एयरटेल बोर्ड ने शेयरधारकों से राइट्स इश्यू के बचे हिस्से की राशि की अंतिम मांग को दी मंजूरी

संसद के शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन रहा। विपक्ष के निरंतर प्रदर्शन के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वंदे मातरम गान के बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद रहे। वहीं राज्यसभा में उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने सदन की कार्यवाही समाप्त करने की घोषणा की।

इस सत्र में कुल 15 बैठकें हुईं और लोकसभा की उत्पादकता 111 प्रतिशत दर्ज की गई, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा की यह सदन की सक्रियता को दर्शाता है। हालांकि, ये शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार रहा। मुख्य विवाद विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड अजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल 2025 यानी VB-G RAM G बिल को लेकर रहा, जिसने मनरेगा की जगह ले ली है। इस बिल में ग्रामीण परिवारों को 125 दिनों के रोजगार की गारंटी दी गई है, लेकिन विपक्ष ने महात्मा गांधी के नाम हटाने और बिल को जल्दबाजी में पास करने का आरोप लगाया। विपक्षी सांसदों ने बिल की प्रतियां फाड़ीं और रातभर धरना भी दिया।

इसके अलावा कई, महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए- इनमें सस्टेनेबल हार्नेसिंग एंड एडवांसमेंट ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (SHANTI) बिल 2025 भी पारित हुआ, जो निजी क्षेत्र को परमाणु ऊर्जा में भागीदारी की अनुमति देता है। इसके अलावा सबका बीमा सबकी रक्षा (इंश्योरेंस लॉज अमेंडमेंट) बिल 2025, जिससे बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश 100 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है,पारित हुआ है। वहीं कई पुराने कानूनों को निरस्त करने वाला रिपीलिंग एंड अमेंडिंग बिल भी पारित हुआ है

Read Also: शीतकालीन सत्र के बाद ओम बिरला के साथ PM मोदी, प्रियंका व अन्य फ्लोर लीडर्स ने की चाय पर चर्चा

सरकार ने इन सुधारों को विकसित भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है। केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सत्र सार्थक रहा है यह और बेहतर होता अगर विपक्ष सत्र के अंदर सार्थक चर्चा करता। रिजिजू ने आरोप लगाया है कि सत्र के दौरान चर्चा और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार के साथ बनी सहमति को तोड़ा है। वहीं विपक्ष के इस आरोप पर कि सरकार ने जी राम जी बिल्कुल सेलेक्ट कमेटी को भेजने का आश्वासन दिया था,किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार ने दो विधेयकों को सलेक्ट कमेटी को भेजा है।किरेन रिजिजू ने पॉल्यूशन पर चर्चा ना होने के लिए भी विपक्ष को ही जिम्मेदार बताया है।

विपक्ष ने दिल्ली प्रदूषण पर चर्चा न होने और अन्य मुद्दों पर चर्चा ना होने के लिए सरकार पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संसद में लोकतांत्रिक प्रक्रिया दरकिनार कर सरकार पर मनमानी के आरोप लगाए हैं। वहीं सत्र समाप्ति पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी दलों के नेताओं और सांसदों से मुलाकात की, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं। कुल मिलाकर, यह सत्र विधायी उपलब्धियों के साथ-साथ राजनीतिक टकराव का गवाह बना। अब नजरें अगले सत्र पर होंगी।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *