Raaj Kumar Anand Resignation:दिल्ली के पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने ईडी के दबाव की वजह से अपना मंत्री पद और पार्टी को छोड़ दिया।
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पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि वो इल्जाम लगा रहे हैं कि मैंने किसी दबाव में आकर मंत्री पद और पार्टी को छोड़ा है। मैंने पार्टी छोड़ने का कारण अपनी बुधवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बता दिया है। जिसमें पहला ये कि हम जिस राजनीति को बदलने के लिए आए थे वो नहीं बदली, लेकिन राजनेता बदल गए और दूसरा पार्टी में बड़े पद पर कोई दलित चेहरा नहीं है।
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मैंने किसी दबाव में आकर पार्टी को नही छोड़ा -राज कुमार आनंद
ये गलत इल्जाम है कि मैंने किसी दबाव में आकर पार्टी को छोड़ा हूं। देखिए मैंने जो पार्टी छोड़ी है उसके कारण मैंने कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बता दिए हैं। उसमें दो ही मुख्य कारण हैं एक तो जो पार्टी ये कहकर बनी हो कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा, राजनीति नहीं बदली, लेकिन राजनेता बदलने लग गए और मैं तमाम दुनिया को फेस करता फिरूं मुझे ऐसी जगह रहने का कोई फायदा नहीं। पहली बात और दूसरी बात ये कि मैं बचपन में ताला मजदूर था एक फैक्ट्री में काम करता था वहां से यहां तक का जो मैंने सफर तय किया है उसमें मेरे समाज का बहुत हाथ है मेरे बच्चों का बहुत हाथ है पूरी सोसायटी का हाथ है।”
“बाबा साहेब ने हमें आरक्षण दिया, आरक्षण देना संविधानिक मजबूरी है पार्टियों की लेकिन जब बात रिप्रजेंटेशन की आती है तब कोई नहीं समझता इस बात को कि आज जितने भी मंडी के अध्यक्ष हैं, कोई आज दलित नहीं बनाते, कोई दलितों में हैं ही नहीं। दलितों की मानसिकता तोड़ते रहेंगे आप, आप उनकी योग्यताओं को दरकिनार करते रहेंगे। कोई भी संगठन में बड़ा आदमी कोई भी प्रभारी दलित नहीं है ओबीसी, ये जो अन्याय हो रहा था वो मैं सहन नहीं कर रपा रहा था। बहुत सारे लोग सहन कर पाते हैं बहुत सारे सहन नहीं कर पाते हैं। अपनी अपनी कैपेसिटी की बात है।”