Ladakh Sutra: भारत और चीन की तरफ से सीमा पर तनाव कम करने के लिए एक समझौते पर पहुंचने के एक हफ्ते के भीतर ही दोनों देशों की सेनाओं ने पीछे हटना शुरू कर दिया है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया है कि पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में गतिरोध बिंदुओं से दोनों पक्षों के सैनिकों ने पीछे हटना शुरू कर दिया है।
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गुरुवार को चीनी सेना ने इलाके में अपने वाहनों की संख्या भी कम कर दी और भारतीय सेना ने भी कुछ सैनिकों को वापस बुला लिया। भारत ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि वो चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त करने के समझौते पर पहुंच गया है, जिससे चार साल से ज्यादा समय से चल रहे सैन्य गतिरोध को समाप्त करने में एक बड़ी सफलता मिली है। मई 2020 में गलवान घाटी में सैनिकों के बीच हिंसक टकराव के बाद गतिरोध शुरू हुआ था।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 23 अक्टूबर को रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक की, जो पिछले पांच सालों में हुई है। ये बैठक करीब 50 मिनट तक चली है। ये बैठक उस वक्त हुई है जब भारत और चीन ने देपसांग मैदानी क्षेत्र और डेमचोक क्षेत्र में एक-दूसरे को गश्त करने के अधिकार बहाल करने पर सहमति जताई है। ये पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के संघर्ष को सुलझाने की कोशिशों को दिखाता है।