हरियाणा में यमुनानगर जिले के बिलासपुर में विश्व विख्यात कपाल मोचन मेले का आज से शुभारंभ हो गया है। मंडल आयुक्त गीता भारती ने रिबन काटकर मेले का उद्घाटन किया है, इस मेले में प्रशासनिक प्रदर्शनी आकर्षण का बड़ा केंद्र बनी हुई है। मेले का आगाज होते ही इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है।
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आपको बता दें, उत्तर भारत में होने वाले विश्व विख्यात और भव्य कपाल मोचन मेले का आज सोमवार से आगाज हो गया है। मेले के शुभारंभ पर स्कूली बच्चों द्वारा तिलक किया गया व अंबाला मंडल आयुक्त गीता भारती ने रिबन काटकर पांच दिवसीय मेले का उद्घाटन किया है। इस दौरान उनके साथ DC मनोज कुमार, SP राजीव देसवाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। इसके बाद मुख्य अतिथि गीता भारती ने मेले में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
हर साल की भांति इस बार भी महर्षि वेद व्यास की कर्मस्थली बिलासपुर स्थित श्री कपाल मोचन में लगभग 150 एकड़ में भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पड़ोसी राज्यों के साथ विदेशों तक से श्रद्धालु श्रद्धा की डुबकी लगाने आते हैं। प्रसिद्ध कपाल मोचन मेले की बहुत मान्यता है। पंजाब के श्रद्धालु तो मेले में भाग लेने के लिए परिवार सहित एक हफ्ते के लिए बोरी बिस्तर लेकर मेला परिसर में पड़ाव डाल देते हैं। मेले के शुभारंभ के मौके पर मंडलायुक्त ने कहा कि प्रशासन की ओर से मेले में गलियों व सड़कों की साफ-सफाई का बहुत अच्छा प्रबंध किया गया है। सुरक्षा के मुद्देनजर पूरे मेले को CCTV कैमरों से लैस किया गया है, इसके साथ ही वहां पुलिस फोर्स तैनात कर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
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गौरतलब है, कपाल मोचन हरियाणा के यमुनानगर जिले के बिलासपुर में एक प्रचीन हिंदू-सिख तीर्थ स्थान हैं। हर साल यहां एक भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जो सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विश्व विख्यात है। कपाल मोचन को गोपाल मोचन और सोमसर मोचन के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि यहां के सोम सरोवर में स्नान कर देवों के देव महादेव ब्रह्मदोष से मुक्त हुए थे।