World Rapid Chess Championship: भारत की कोनेरू हंपी ने रविवार को यहां इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराकर ऐतिहासिक दूसरी बार विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप खिताब जीता।हंपी ने 2019 में जॉर्जिया में ये प्रतियोगिता जीती थी और भारत की नंबर एक महिला खिलाड़ी चीन की जू वेनजुन के बाद एक से अधिक बार ये खिताब जीतने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं।इससे पहले डी. गुकेश हाल ही में सिंगापुर में क्लासिकल प्रारूप विश्व चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर चैंपियन बने थे।
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सितंबर में भारत ने बुडापेस्ट में शतरंज ओलंपियाड में पहली बार ओपन और महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। हम्पी ने इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया।37 वर्षीय हम्पी ने संभावित 11 में से 8.5 अंक के साथ टूर्नामेंट का अंत किया।
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गुकेश ने रचा इतिहास- भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी डोम्माराजू गुकेश ने 18 वर्ष की उम्र में सबसे कम उम्र का वर्ल्ड चेस चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया है। इसी साल अप्रैल में गुकेश ने टोरंटो में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट सबसे कम उम्र में जीता था। उन्होंने हमवतन आर. प्रज्ञानानंद और विदित गुजराती के खिलाफ पांच जीत हासिल की और 14 राउंड में नौ पॉइंट के साथ टूर्नामेंट का समापन किया। रूस के दिग्गज खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने तब डी गुकेश के लिए “टोरंटो में भारतीय भूकंप” जैसे शब्दों को इस्तेमाल किया था।