नई दिल्ली(ललित कांडपाल): कृषि अध्यादेशों के प्रति विरोध के चलते केन्द्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात करने पहुंचे किसान नेताओं में यहां हरियाणा भवन में आपसी विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई तक की नौबत आ गई।
केंद्र सरकार द्वारा कानून बनाने के लिए संसद में पेश किए गए तीन अध्यादेश पर हरियाणा के किसान संगठनों से जुड़े नेता गए तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से बात करने थे लेकिन वे खुद ही आपस में भिड़ गए।
दिल्ली में स्थित हरियाणा भवन का है, जहां किसान नेताओं का एक गुट भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी के साथ भिड़ गए।
हालांकि, चढूनी ने भी उनके साथ जमकर बहस की। एक वक्त पर हाथापाई तक की नौबत आ गई थी लेकिन कुछ लोगों ने बीच-बचाव करके मामला शांत करवाया।
दरअसल, हरियाणा के भिवानी से सांसद धर्मबीर सिंह के न्यौते पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी व अन्य किसान संगठनों का एक दल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने के लिए दिल्ली गए थे।
किसान नेता चढूनी ने मांग रखी कि सरकार को इस अध्यादेश को वापस लेना चाहिए। इस पर उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश वापस नहीं होगा। सरकार इस पर कानून बनाएगी।
चढूनी ने कहा कि जब सरकार ने तय कर लिया है कि अध्यादेश वापस नहीं होगा तो हमारे साथ बात करने का क्या फायदा। इसके बाद गुरनाम सिंह चढूनी व अन्य कई किसान संगठनों ने बातचीत से इनकार कर दिया।
दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में गुरनाम सिंह चढूनी के साथ कुछ किसान संगठनों के नेताओं ने बहस शुरू कर दी। चढूनी को काफी भला-बुरा कहा गया।
कुछ संगठनों ने चढूनी पर कांग्रेस से मिले होने का आरोप लगाया। आखिर में कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया और मामला शांत करवाया।