Mauni Amavasya Amrit Snan: मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए बुधवार को अखाड़ों के जुलूस की अगुवाई श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने की।मौनी अमावस्या पर जहां आम श्रद्धालुओं ने बुधवार को तड़के से ही स्नान शुरू कर दिया था, वहीं सुबह के समय भगदड़ जैसी स्थिति के कारण अखाड़े दोपहर में स्नान करने पहुंचे।
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी हिंदू परंपरा के अनुसार तीन प्रमुख शस्त्रधारी अखाड़ों में से एक है।अमृत स्नान’ (जिसे पहले शाही स्नान कहा जाता था) महाकुंभ मेले का सबसे भव्य और पवित्र अनुष्ठान है। इस दिन करोड़ों तीर्थयात्री संगम पर स्नान के लिए आते हैं।
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शंकराचार्यों ने किया स्नान- प्रयागराज के महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर चारों शंकराचार्यों ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई।इस दौरान उत्तराखंड में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा सनातन परंपरा रही है यहां त्रिवेणी के संगम में कुंभ पर्व जब आयोजित होता है तब देव, दनुज, नर और किन्नर सब श्रेणियां आकर के एकाकार हो जाती हैं। ये हमारी सामाजिक समरसता का भी बहुत बड़ा प्रतीक है और साथ ही साथ अध्यात्म का भी सबसे बड़ा सम्मेलन हैं।”
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पुलिस अधिकारियों ने शुरु की जांच- प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के बीच बुधवार को संगम पर भगदड़ जैसे हालात की वजहों की पुलिस जांच कर रही है।डीआईआजी वैभव कृष्ण ने कहा, “ये पता लगा कि भीड़ के दबाव से संभवत: कोई गेट चेंजिंग रूम का कोई गेट था जोकि भीड़ के दबाव से गिर गया भीड़ के एक हिस्से पे और उसकी वजह से वहां पर पैनिक की स्थिति हो गई घाट पे चूंकि कुछ लोग स्थिति रहती है कि कुछ लोग कपड़े उतार के जा रहे होते हैं।