देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ‘नवकार महामंत्र दिवस’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि नवकार महामंत्र हमारी आस्था का केंद्र हैं। ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है और सही मायने में ये ध्यान, साधना और आत्मशुद्धि का मंत्र है। इसके साथ ही उन्होंने यहां नवकार महामंत्र का सभी के साथ मिलकर जाप भी किया है।
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नवकार महामंत्र दिवस पर कार्यक्रम में पधारे लोगों को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि, “नवकार महामंत्र हमारी आस्था का केंद्र है। इसका महत्त्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है, बल्कि ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है। इसलिए नवकार महामंत्र सही मायने में ध्यान, साधना और आत्मशुद्धि का मंत्र है।
हम ज्ञान भारतम मिशन शुरू करने जा रहे हैं। इसके तहत हमारा संकल्प प्राचीन धरोहरों को डिजिटल करके प्राचीनता को आधुनिकता से जोड़ने का है। जैन धर्म जितना साइंटिफिक है, उतना ही संवेदनशील भी। युद्ध, आतंकवाद और पर्यावरण की चुनौतियों का हल भी इसके मूल सिद्धांतों में समाहित है।
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PM ने कहा टिकाऊ जीवनशैली ही क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों का हल है। इससे जुड़ा मेरा एक आग्रह..हमारी नई पीढ़ी को नई दिशा मिले और समाज में शांति, सद्भाव और करुणा बढ़े, इसके लिए हमें इन 9 संकल्पों को अपने जीवन में अपनाना होगा।”
इसके साथ ही PM मोदी ने कहा- भारत की पहचान को सशक्त बनाने में जैन धर्म की भूमिका अमूल्य रही है। इस अनमोल विरासत को सहेजने को लेकर हमारी प्रतिबद्धता हमारे लोकतंत्र के मंदिर नई संसद में भी हर ओर दिखाई देती है।