Farakka Express: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने तत्परता और सजगता का परिचय देते हुए फरक्का एक्सप्रेस से तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 27 कछुए बरामद किए हैं। आरपीएफ को सिक्योरिटी कंट्रोल दानापुर से सूचना मिली थी कि गाड़ी संख्या 15734 फरक्का एक्सप्रेस में कुछ संदिग्ध लोग यात्रा कर रहे हैं। इस सूचना के बाद करीब 21.20 बजे ट्रेन के आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर आगमन के बाद आरपीएफ और जीआरपी आरा के अधिकारी ने जवानों के साथ फरक्का एक्सप्रेस को अटेंड किया।
एक्सप्रेस ट्रेन में जीआरपी बक्सर की एस्कॉर्ट पार्टी के साथ अन्य स्टाफ के द्वारा कोच संख्या एस-2 के शौचालय के पास तीन पुरुष एवं एक महिला खड़े हुए पाए गए। इनके पास पिट्ठू बैग और झोला था, जिसको जीआरपी आरा/रे.सु.ब./आरा को सुपुर्द कर दिया गया। बाद में इस बैग को जीआरपी आरा के द्वारा विधिवत चेक किया गया तो रिहाना (31 वर्ष) पति विनोद के पास से उजला एवं पीले रंग के झोले में 04 अदद कछुआ और काला रंग के पिट्ठू बैग में 03 अदद कछुआ बरामद किए गए।
वहीं विनोद नाम के व्यक्ति के पास से उजले एवं पीले रंग के झोले में 03 अदद कछुआ और नेवी रंग के पिट्ठू बैग में 02 अदद कछुआ और काला रंग के पिट्ठू बैग में 02 अदद कछुआ मिले। तीसरे व्यक्ति उमेश के पास से काला एवं लाल रंग के पिट्ठू बैग में 04 अदद कछुआ तथा बैगनी रंग के पिट्ठू बैग में 03 अदद कछुआ पाए गए। इसके अलावा नीला एवं काला रंग के पिट्ठू बैग में 06 अदद कछुआ बरामद हुए।
इन सभी के पास से रेलवे सुरक्षा बल ने 27 अदद जिंदा कछुआ बरामद किये और जीआरपी आरा द्वारा नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जब्ती सूची बनाकर जब्त किया गया और जीआरपी थाना आरा लाया गया। बाद में उक्त गाड़ी के जीआरपी/ बक्सर एस्कॉर्ट पार्टी के इंचार्ज प्रधान आरक्षी किरण देवी केडिया के द्वारा एक लिखित शिकायत पत्र थानाध्यक्ष जीआरपी आरा को दिया गया ।
उक्त शिकायत पत्र के आधार पर जीआरपी थाना आरा में कांड संख्या 56/2025 दिनांक 15/04/25 U/S 325/303(2)/13(5) BNS & 2,9,39 वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के विरुद्ध उपरोक्त मामला दर्ज किया गया।
सिलचर में आरपीएफ का अभियान
इसी तरह रेलवे सुरक्षा बल ने सिलचर रेलवे स्टेशन पर असामाजिक तत्वों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान रेलवे सुरक्षा बल ने प्लेटफॉर्म नंबर एक के पास पड़े तीन लावारिस बैग बरामद किए। बरामद सभी बैग से रेलवे को 450 जिंदा मेंढक मिले। मामले को तुरंत बराक वैली वाइल्डलाइफ डिवीजन के डीएफओ को सूचित किया गया। इसके बाद आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए उन्हें जिंदा मेंढक सौंप दिए गए।