लद्दाख– भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना ने सोमवार को लद्दाख के चुमार-डेमचोक इलाके में एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। चीनी सैनिक के पास से अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। जवान के पकड़े जाने के बाद से ही सुरक्षाबल उससे पूछताछ कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, यह चीनी सैनिक भारतीय सीमा में पकड़ा गया है। रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि, हो सकता है कि यह सैनिक अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया हो। पूरी प्रक्रिया का पालन करने के बाद उसे स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार चीनी सेना को वापस किया जाएगा।”
#India captured a #Chinese Army soldier near Demchok area of #Ladakh this morning ? https://t.co/nit6QSZCsq
— Indo-Pacific News (@IndoPac_Info) October 19, 2020
इस सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लांग (Corporal Wang Ya Long) के रूप में हुई है। भारतीय सेना ने उसे कठोर जलवायु परिस्थितियों से बचाने के लिए ऑक्सीजन, भोजन और गर्म कपड़े सहित चिकित्सा सहायता प्रदान की है। ताजा सूचना के अनुसार पूछताछ के बाद सैनिक को वापस चीन को सौंप दिया गया है। सैनिक के पास से कुछ आर्मी से रिलेटेड डॉक्यूमेंट्स थे।
महीनों से चल रहा भारत-चीन विवाद !
भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अप्रैल से तनावपूर्ण स्थिति बरकरार है। यह तनाव जून में तब चरम पर पहुंच गया था, जब गलवान घाटी में दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। इस दौरान हिंसक टकराव होने की वजह से भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे। इसके बाद, गत 29 और 30 अगस्त की रात को इलाके में पीएलए के सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों को डराने-धमकाने की कोशिश के बाद भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आसपास स्थित मुखपारी, रेजांग ला और मगर पहाड़ी इलाकों में नियंत्रण हासिल कर लिया था।
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वार्ताओं का दौर जारी !
दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव के हालात को कम करने के लिए लगातार कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हो रही है। दोनों देशों के विदेश मंत्री भी कुछ समय पहले रूस के मॉस्को में सीमा विवाद पर बातचीत कर चुके हैं। वहीं, अब तक सात बार सैन्य कमांडर स्तर की भी वार्ता हो चुकी है। माना जा रहा है कि आठवें दौर की बातचीत अगले सप्ताह हो सकती है जिसमें पूर्वी लद्दाख से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सकता है जहां आने वाले समय में कड़ी सर्दियां पड़ने वाली हैं।