Uttarakhand: धराली में सेना ने तेज किया रेस्क्यू ऑपरेशन, 195 को किया गया एयरलिफ्ट: उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल में इस सप्ताह की शुरुआत में आए भूस्खलन और बाढ़ के बाद भारतीय सेना व्यापक मानवीय सहायता औऱ आपदा राहत अभियान चला रही है। इंजीनियरिंग, खोज-बचाव, मेडिकल और संचार टीमें चौबीसों घंटे कनेक्टिविटी बहाल करने, फंसे नागरिकों को निकालने और स्थानीय समुदायों को सहायता पहुंचाने में जुटी हैं।Uttarakhand:
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सीमा सड़क संगठन और सेना के इंजीनियर लिमचिगढ़ में 90 फुट का बेली ब्रिज बना रहे हैं, जबकि गंगोत्री-उत्तरकाशी के बीच क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत जारी है। डूबे हुए सड़क हिस्सों को जोड़ने के लिए 330 फुट लंबा केबलवे भी तैयार किया जा रहा है।Uttarakhand:
9 अगस्त को सेना और सिविल एविएशन के हेलीकॉप्टरों ने 33 उड़ानें भरकर 195 नागरिकों को सुरक्षित निकाला। करीब 200 पर्यटकों को भूस्खलन क्षेत्र पार कराने में मदद की गई और हर्षिल हेलीपैड तक पहुंचाया गया, जहां से उनकी आगे की निकासी की गई। 110 से अधिक फंसे पर्यटकों को भोजन और आवास उपलब्ध कराया गया।लापता सैनिकों और नागरिकों की तलाश के लिए पांच प्रशिक्षित खोजी कुत्ते, ड्रोन, ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार और एलआईडीएआर उपकरण का इस्तेमाल किया जा रहा है। मलबा हटाने, फुटब्रिज को दुरुस्त करने और अस्थायी रास्ते बनाने का कार्य भी जारी है।Uttarakhand:
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मेडिकल टीमों ने 35 मरीजों का इलाज किया है, जिनमें पर्यटक और स्थानीय निवासी शामिल हैं। दून से अतिरिक्त दवाएं और मेडिकल सामग्री मंगाई गई है।हर्षिल और नेलोंग के बीच संचार पूरी तरह बहाल कर दिया गया है। क्षतिग्रस्त ऑप्टिकल फाइबर बदला गया है और धराली गांव तक सैटेलाइट इंटरनेट पहुंचा दिया गया है।वायुसेना की मेंटेनेंस फ्लाइट्स ने 1.4 टन से अधिक राशन पहुंचाया है, जबकि 10 अगस्त को अतिरिक्त आपूर्ति भेजी जाएगी। क्षेत्र में हवाई अभियानों के लिए ईंधन भंडारण की भी व्यवस्था की गई है।Uttarakhand: