Sudarshan Chakra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत के महत्वपूर्ण सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और किसी भी दुश्मन के खतरे की स्थिति में निर्णायक जवाब देने के लिए एक स्वदेशी रक्षा कवच विकसित करने हेतु 10 वर्षीय परियोजना की घोषणा की। यह कदम पाकिस्तान और चीन से उत्पन्न दोहरी सुरक्षा चुनौतियों को लेकर चिंताओं के बीच उठाया गया है।Sudarshan Chakra:
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लाल किले की प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, मोदी ने सैन्य प्लेटफार्मों के लिए विदेशी प्रौद्योगिकियों पर निर्भरता कम करने के नई दिल्ली के संकल्प का भी संकेत दिया और भारत के लड़ाकू विमानों के लिए देश में ही जेट इंजन विकसित करने का आह्वान किया।Sudarshan Chakra:
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री- भगवान श्रीकृष्ण से प्रेरणा पाकर के हमने श्रीकृष्ण का जो सुदर्शन चक्र था, उस सुदर्शन चक्र की राह को चुना है। आपमें से बहुत लोगों को याग होगा कि जब महाभारत की लड़ाई चल रही थी, तब श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य के प्रकाश को रोक दिया था और दिन में ही अंधेरा कर दिया। सूर्य प्रकाश को सुदर्शन चक्र से रोक दिया था और तब अर्जुन ने शपथ ली थी कि जयद्रथ का वध करने की, उस प्रतिज्ञा को अर्जुन पूर्ण कर पाए।Sudarshan Chakra:
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सुदर्शन चक्र के पराक्रम और रणनीति का परिणाम था। अब देश सुदर्शन चक्र मिशन लॉन्च करेगा। ये मिशन सुदर्शन चक्र एक पॉवरफुल वेपन सिस्टम दुश्मन के हमले को नाकामयाब तो करेगा ही, उससे कई गुना ज्यादा दुश्मन पर हिट बैक करेगा।हमने भारत के इस मिशन सुदर्शन चक्र के लिए कुछ मूलभूत बातें भी तय की हैं।Sudarshan Chakra:
आने वाले 10 सालों में हम उन्हें प्रखरता से आगे बढ़ाना चाहते हैं। इस पूरे आधुनिक सिस्टम की रिसर्च, विकास और उत्पादन देश में ही हो। हमारे देश के नौजवानों के टेलेंट से हो। हमारे देश के लोगों के द्वारा बने। दूसरा एक ऐसी व्यवस्था होगी जो भविष्य के लिहाज से तैयार होगी। तीसरा सुदर्शन चक्र की जो ताकत थी, उसका लक्ष्य जो होता था वो वहीं तक जाता था। हम भी सुदर्शन चक्र के जरिए टारगेट पर अटैक करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।”Sudarshan Chakra: