Bihar: महागठबंधन ने आरजेडी नेता और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपना मुख्यमंत्री चेहरा बनाया है। इसका ऐलान राजधानी पटना में गुरुवार को महागठबंधन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। इस मौके पर कांग्रेस के अशोक गहलोत और पवन खेड़ा समेत गठबंधन के तमाम नेता मौजूद रहे।एक वो वक्त था, जब इस कुर्सी पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बैठते थे, आज उसी कुर्सी पर बैठकर तेजस्वी यादव पर्चा भरते दिख रहे हैं।2015 के चुनाव से अब तक तेजस्वी यादव ने ये साबित कर दिया है, कि लालू परिवार की राजनीतिक विरासत के असली वारिस वही हैं। उनका अंदाज, धुआंधार प्रचार और जनता से जुड़ाव यही गवाही देते हैं। Bihar:
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तेजस्वी यादव का जन्म नौ नवंबर 1989 को बिहार के गोपालगंज जिले में हुआ। तेजस्वी पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सबसे छोटी संतान हैं।नौ भाई-बहनों में सबसे छोटा होने के चलते बचपन से ही उन्हें सबका भरपूर प्यार मिला।दिसंबर 2021 में तेजस्वी ने दिल्ली में डीपीएस आरकेपुरम में साथ पढ़ी दोस्त राजश्री यादव से शादी की।तेजस्वी की शुरुआती पढ़ाई पटना में हुई। बाद में वो सबसे बड़ी बहन मीसा भारती के साथ दिल्ली आ गए।यहां उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल वसंत विहार में पांचवीं तक पढ़ाई की, फिर वो डीपीएस, आर.के. पुरम से नौवीं तक पढे, फिर पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट में करियर बनाने निकल पड़े। Bihar:
उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल की क्रिकेट टीम में खेला और 13 साल की उम्र में एक ऑल राउंडर के रूप में दिल्ली की अंडर-15 क्रिकेट टीम के हिस्सा बने। दिल्ली की अंडर-17 और अंडर-19 क्रिकेट टीम में शामिल रहे। वो दिल्ली डेयरडेविल्स और झारखंड क्रिकेट टीम में थे । 2013 में तेजस्वी ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया और पूरी तरह से राजनीति में चले आए।तेजस्वी को बिहार के सबसे युवा उप-मुख्यमंत्री और भारत में सबसे युवा विपक्ष के नेता के रूप में जाना जाता है। तेजस्वी ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2010 में आरजेडी के लिए प्रचार करके की।
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तेजस्वी ने पहली बार 2015 में आरजेडी की टिकट पर लालू का गढ़ माने जाने वाले वैशाली जिले के राघोपुर सीट से चुनाव लड़ा और जीत कर विधानसभा पहुंचे। उस वक्त आरजेडी का नीतीश कुमार की जेडीयू से गठबंधन था। चुनाव में गठबंधन की जीत हुई, तो नीतीश मंत्रिमंडल में तेजस्वी को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया।लेकिन ये गठबंधन ज्यादा दिन तक नहीं चला। तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, तब नीतीश ने इस्तीफा मांगा, लेकिन तेजस्वी ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। इसके बाद नीतीश कुमार ने जुलाई 2017 में गठबंधन तोड़ दिया और बीजेपी के साथ सरकार बना ली। आरजेडी को विपक्ष में बैठना पड़ा और तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता बने। साल 2018 आते-आते तेजस्वी आरजेडी के वास्तविक नेता और चेहरा बन गए। Bihar:
2020 में आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन ने बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा। मुख्यमंत्री का चेहरा बने तेजस्वी यादव। महागठबंधन को 243 में से 110 सीटों पर जीत हासिल हुई। 75 सीटों के साथ आरजेडी बिहार में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनी, लेकिन महागठबंधन सरकार नहीं बना सका। तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष चुना गया।लेकिन 2022 आते-आते जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन में गांठ पड़ने लगी और नीतीश कुमार ने एक फिर रिश्ता तोड़ दिया। आरजेडी के साथ महागठबंधन में शामिल हो गए। 10 अगस्त 2022 को नई सरकार का शपथ ग्रहण हुआ, तो तेजस्वी यादव एक बार फिर उप-मुख्यमंत्री बने।जुलाई 2023 में 14 साल पुराने ‘नौकरी के लिए जमीन’ केस में सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ नई चार्जशीट दाखिल कर दी। इसी मुद्दे पर जनवरी 2024 में नीतीश ने एक बार फिर महागठबंधन से नाता तोड़ लिया। तेजस्वी को डिप्टी सीएम की कुर्सी छोड़ विपक्ष में बैठना पड़ा। Bihar: