Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में एक जाल में फंसकर घायल हुई एक मादा तेंदुए का वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया। रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बताया कि विभाग ने इस घटना के संबंध में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इंदौर के रालामंडल अभयारण्य के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) योहन कटारा ने पीटीआई को बताया कि मादा तेंदुआ जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर एक खड़ी पहाड़ी की तलहटी में झाड़ियों में लगाए गए जाल में फंस गई थी। उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल के क्लच वायर से बना यह जाल एक मानव बस्ती के पास लगाया गया था।
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एसडीओ ने बताया कि जाल की सूचना मिलने के बाद, वन विभाग की एक टीम ने एक घंटे के ऑपरेशन में जंगली जानवर को बेहोश कर सुरक्षित बचा लिया। कटारा के अनुसार, मादा तेंदुआ की उम्र 5 से 6 साल के बीच है। वह रात में जाल में फँस गई थी। जाल से खुद को छुड़ाने की कोशिश में उसके शरीर पर खरोंचें आईं और उसके पिछले एक पैर में चोट भी आई। Madhya Pradesh
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वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि घायल जानवर को इलाज के लिए इंदौर चिड़ियाघर लाया गया और ठीक होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। उप-विभागीय अधिकारी ने बताया कि जंगली जानवरों को फँसाने के आरोप में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और विस्तृत जाँच जारी है। वन विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जंगल से सटे गाँवों के किसान अपनी फसलों, खासकर सूअरों से, की रक्षा के लिए जाल लगाते हैं, लेकिन अक्सर अन्य जंगली जानवर भी उनमें फँस जाते हैं।
			