Jammu Kashmir: श्रीनगर 5 दिसंबर 2025 – जम्मू‑कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने आज, शुक्रवार को, “व्हाइट कॉलर” आतंकी मॉड्यूल की जांच के क्रम में श्रीनगर और गांदरबल जिलों में व्यापक छापेमारी की। यह कार्रवाई एसआईए के वरिष्ठ अधिकारी, जिनका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया, द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सुबह के शुरुआती घंटों में शुरू हुई।
छापेमारी के प्रमुख बिंदु
मध्य कश्मीर के दो प्रमुख जिले – श्रीनगर और गांदरबल। कई निजी आवास और व्यावसायिक प्रतिष्ठान। इनमें से एक विशेष उल्लेखनीय स्थान था बटमालू इलाके के दियारवानी में स्थित तुफैल भट का घर। तुफैल भट को एसआईए ने पिछले महीने “व्हाइट कॉलर” आतंकी मॉड्यूल के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। वह इस नेटवर्क के प्रमुख संदिग्धों में से एक माना जाता है। Jammu Kashmir:
“व्हाइट कॉलर” मॉड्यूल क्या है?
अधिकारियों ने बताया कि इस मॉड्यूल में डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक और अन्य पेशेवर वर्ग के लोग शामिल हैं, जिन्हें कथित रूप से उग्र विचारधारा के तहत प्रेरित किया गया था। इन व्यक्तियों पर आरोप है कि उन्होंने 10 नवंबर को दिल्ली में हुए विस्फोट में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया। इस विस्फोट में कई लोग घायल हुए थे और राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया था। Jammu Kashmir:
अधिकारियों के बयान
एसआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य इस नेटवर्क के सभी कनेक्शन को उजागर करना और आगे के संभावित खतरों को रोकना है। आज की छापेमारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने आगे कहा कि जांच में प्राप्त जानकारी के आधार पर और भी कई स्थानों पर तलाशी की जा सकती है।
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जांच की संभावित दिशा
छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण, दस्तावेज़ और वित्तीय रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं। इनकी जांच से मॉड्यूल के फंडिंग स्रोत और संचार चैनलों का पता चलने की संभावना है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों से पूछताछ में अन्य संभावित सहयोगियों के नाम सामने आ सकते हैं, जिससे नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके। इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय को और मजबूत किया जा रहा है।
समाज और सुरक्षा पर प्रभाव
जम्मू‑कश्मीर में इस प्रकार की “व्हाइट कॉलर” आतंकी गतिविधियों का उभरना सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती पेश करता है। पेशेवर वर्ग के लोग सामान्यतः सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण जांच के दायरे में कम आते हैं, इसलिए इस तरह के मॉड्यूल की पहचान और विघटन विशेष महत्व रखता है। आज की छापेमारी एसआईए द्वारा “व्हाइट कॉलर” आतंकी मॉड्यूल को नष्ट करने के लिए की गई एक व्यापक कार्रवाई है। आगे की जांच में और अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है, और इस नेटवर्क से जुड़े सभी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी। Jammu Kashmir:
