Om Birla: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सदन में बंकिम चंद्र चटर्जी के रचित राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” पर एक दिवसीय चर्चा के दौरान इसे भारत की सद्भावना और शक्ति का प्रतिबिम्ब बताया। अपने उद्घाटन भाषण में, बिरला ने कहा कि आज जब देश ‘वंदे मातरम’ की 150 साल की गौरवशाली यात्रा का स्मरण कर रहा है, यह आज भी प्रत्येक भारतीय के हृदय में अंकित है। Om Birla:
Read also- Indigo Crisis: इंडिगो संकट 7वें दिन भी बरकरार, 500 से अधिक फ्लाइट कैंसिल
उन्होंने कहा, “इसकी अमर ध्वनि, जिसकी प्रत्येक पंक्ति भारत की प्रकृति, मातृत्व, सौंदर्य और शक्ति के अद्वितीय सामंजस्य को प्रतिबिम्बित करती है। इस गीत ने लाखों भारतीयों और अनगिनत वीरों में, यातना और फांसी सहते हुए भी, स्वतंत्रता के स्वप्न देखने का साहस जगाया।’ अध्यक्ष ने बताया कि “आज हम उन सभी ज्ञात और अज्ञात वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिनके विश्वास और बलिदान ने वंदे मातरम को केवल एक गीत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संकल्प का एक शाश्वत प्रतीक बना दिया।“Om Birla:
Read also- लखनऊ एयरपोर्ट पर CA की दर्दनाक मौत, परिवार ने लगाया लापरवाही का गंभीर आरोप
सदस्यों की ओर से मेज़ें थपथपाने के बीच उन्होंने कहा कि वंदे मातरम की ऊर्जा आज भी उतनी ही प्रबल है जितनी स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में थी।उन्होंने कहा कि यह चर्चा राष्ट्रीय स्मृतियों और सांस्कृतिक आत्मा को पुनर्जीवित करने का एक अवसर है।उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि सदस्य अपने नेक विचारों से इस चर्चा को सत्र का एक ऐतिहासिक अध्याय बनाएंगे और वंदे मातरम की प्रखर ऊर्जा को नई पीढ़ियों तक और भी ज्यादा तीव्रता से पहुंचाएंगे।” Om Birla:
